5 साल पहले चीन मे जन्मा कोरोना का खौफ अभी लोगो के जहन से निकला नही की देश मे HMPV वायरल की एंट्री हो गई आपको बता दें HMPV वायरस भी चीन से फैल है लेकिन इस वायरस के चलते देश मे GBS यानि की गुइलेन-बैरे सिंड्रोम आ चुका है। महाराष्ट्र केसोलापुर में इसका खौफ फैल चुका है।
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रिपोर्ट के मुताबिक सोमवार को गुइलेन-बैरे सिंड्रोम (GBS) के 9 और केस सामने आए। इस बीमारी के कारण 1 शख्स की मौत हो चुकी है. 40 वर्षीय पीड़ित पुणे के सिंहगढ़ इलाके में काम करता था और GB सिंड्रोम की चपेट में आने के बाद वह वापस सोलापुर चला गया था। जीबीएस के बढ़ते मामलों ने चिंता बढ़ा दी है. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक अब एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 110 हो गई है। इन मरीजों में 73 पुरुष और 37 महिलाएं हैं, जबकि 17 मरीज वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं। गुलियन-बैरे सिंड्रोम (GBS) के मामले अभी और बढने के आसार है।
शहर के कई हिस्सों से 34 वाटर सैंपल भी कैमिकल और बायोलॉजिक एनालिसिस (Biologic Analysis) के लिए पब्लिक हेल्थ लैब भेजे गए। इनमें से सात सैंपल में पानी के दूषित होने की सूचना मिली है। जांच मे पाया गया कि प्रदूषित पानी में मौजूद कैम्पिलोबैक्टर जेजुनी बैक्टीरिया GBS का कारण बन सकता है। जिसको लेकर प्रशासन ने बीमारी को रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं।
जीबी सिंड्रोम क्या होता है।
GBS सिंड्रोम ( गुइलेन-बैरे सिंड्रोम)एक दुर्लभ ऑटोइम्यून बीमारी है। इसमें प्रतिरक्षा प्रणाली मस्तिष्क व रीढ़ की हड्डी से निकलकर शरीर के बाकी हिस्सों में फैली हुई नसों पर हमला करती है। जिसमें अचानक सुन्नता और मांसपेशियों में कमजोरी हो जाती है। कमज़ोरी से सुन्नता और गंभीर मामलों में पक्षाघात हो सकता है. हालाँकि GBS गुइलेन-बैरे सिंड्रोम किसी को भी प्रभावित कर सकता है, लेकिन इसका सटीक कारण अज्ञात है.