जम्मू-कश्मीर के इस तीन दिवसीय दौरे के तीसरे दिन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को श्रीनगर में शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में लोगों को संबोधित करने से पहले मंच पर बुलेटप्रूफ कांच की ढाल हटा दी। इस दौरान अमित शाह ने कहा, "मुझे ताना मारा गया, निंदा की गई," आज मैं आपसे खुलकर बात करना चाहता हूं, यही वजह है कि यहां कोई बुलेटप्रूफ शील्ड या सुरक्षा नहीं है।"
केंद्रीय गृह मंत्री श्री @AmitShah जी ने श्रीनगर में जनसभा के मंच पर पहुंचकर सबसे पहले वहां लगा बुलेट प्रूफ शीशा हटवाया। pic.twitter.com/PXgggSevpa
— BJP (@BJP4India) October 25, 2021
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुलेटप्रूफ कांच की ढाल हटाने के बाद कहा कि वह जम्मू-कश्मीर के लोगों से सीधे बात करना चाहते हैं। ग्रह मंत्री जम्मू और कश्मीर की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं, आपको बता दें अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद से यह उनका पहला दौरा है। इस दौरान उन्होंने कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया और कुछ की आधारशिला रखी। उन्होंने कहा, "अनुच्छेद 370 को निरस्त करने का केवल एक ही इरादा था कश्मीर, जम्मू और नव निर्मित लद्दाख को विकास के रास्ते पर लाना। आप 2024 तक हमारे प्रयासों का फल देखेंगे।"
अनुच्छेद 370, जिसने तत्कालीन राज्य जम्मू और कश्मीर को विशेष दर्जा दिया था, इस अनुच्छेद को अगस्त 2019 में निरस्त कर दिया गया था और राज्य को जम्मू और कश्मीर और लद्दाख के केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया गया था। अमित शाह ने बेमिना में 115 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 500 बिस्तरों वाले अस्पताल का उद्घाटन किया, हंदवाड़ा मेडिकल कॉलेज, बारामूला जिले के फिरोजपुर नाले पर 46 करोड़ रुपये के स्टील गर्डर पुल और 4,000 करोड़ रुपये की सड़क परियोजनाओं की आधारशिला रखी।