उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अति विशिष्ट अतिथि गृह ‘नैमिषारण्य’ का लोकार्पण करते हुए कहा कि लखनऊ में अति विशिष्ट अतिथि गृह ‘नैमिषारण्य’ के आज उद्घाटन कार्यक्रम के अवसर पर मैं इस विशिष्ट उपहार के लिए हृदय से बधाई देता हूं। तमाम सुविधाओं से सुसज्जित यह अतिथि गृह के लिए उपलब्धि है। उत्तर प्रदेश, देश की आध्यात्मिक ऊर्जा का केन्द्र बिंदु है
लखनऊ में ₹60.42 करोड़ की लागत से निर्मित अति विशिष्ट अतिथि गृह 'नैमिषारण्य' (बटलर पैलेस) का लोकार्पण... https://t.co/xFg7VHD6Gg
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 21, 2021
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत की सनातन परंपरा को लिपिबद्ध करने और पुराणों के वाचन का कार्य जिस पवित्र तीर्थ में हुआ था, वह नैमिषारण्य है। इस अतिथि गृह का नामकरण ‘नैमिषारण्य’ के नाम पर किया गया है। प्रदेश की राजधानी लखनऊ समेत दिल्ली, कोलकाता व मुंबई में 09 राज्य अतिथि गृह पहले से संचालित हैं।
इस अति विशिष्ट अतिथि गृह में कुल 73 रुम हैं, जिसमें 69 सिंगल तथा 14 सुइट है
आगे उन्होनें कहा कि इस अति विशिष्ट अतिथि गृह में कुल 73 कक्ष हैं, जिसमें 69 सिंगल तथा 14 सुइट हैं। यहां प्रोटोकॉल के अनुरूप विशिष्ट गणमान्यों के रुकने की व्यवस्था के साथ सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध होंगी। उत्तर प्रदेश, देश की आध्यात्मिक ऊर्जा का केन्द्र बिंदु है। यहां भारत की आत्मा बसती है। राज्य के जो अतिथि गृह हैं, चाहे राज्य में हों या फिर राज्य के बाहर, देश व दुनिया में प्रदेश की पहचान के अनुरूप इनके नामकरण होने चाहिए।
यूपी देश की आध्यात्मिक ऊर्जा का केंद्र है। पहचान के अनुरूप गेस्ट हाउस का नाम भी धर्म व संस्कृति से जुड़ा हुआ रखा गया है। इन नामों से प्रदेश को पहचान मिलती है। गेस्ट हाउस में धर्मिक स्थल की अनुभूति हो। यह जनप्रतिनिधियों के लिए एक उपलब्धि है। नागरिक को बताने का अवसर है कि उन्होंने क्या कराया है। उन्होंने कहा कि यह राज्य सम्पति विभाग को देखना होगा कि भवन का रखरखाव अच्छा हो। सरकार तो पैसा लगा सकती है। देखरेख का काम विभाग को करना है। प्रदेश सरकार ने विभिन्न तीर्थों में भी अतिथि गृह बनाए हैं।