साल का अंतिम चंद्र ग्रहण 19 नवंबर (शुक्रवार) को लगने जा रहा है और इसके ठीक एक पखवाड़े के अंदर साल का अंतिम सूर्य ग्रहण भी लगेगा। शुक्रवार सुबह 11 बजकर 34 मिनट से चंद्र ग्रहण शुरू होगा, जबकि 5 बजकर 33 मिनट तक रहेगा। यह कुल 5 घंट से अधिक समय तक होगा। वहीं, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, शुक्रवार को लगने वाले चंद्र ग्रहण को पोर्ट ब्लेयर में शाम 5 बजकर 38 बजे से अगले 45 मिनट तक देखा जा सकता है। वहीं, पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में भी शुक्रवार 6 बजकर 21 मिनट से अगले 2 मिनट तक देखा जा सकेगा। वहीं, अगला चंद्र ग्रहण साल 2022 में 8 नवंबर को लगेगा।
उधर, हिंदू पंचांग के अनुसार, वर्ष 2021 को दूसरा और अंतिम सूर्य ग्रहण आगामी 4 दिसंबर 2021, कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को लगेगा। इससे पहले 10 जून 2021 को साल का पहला सूर्य ग्रहण लगा था। ज्योतिषियों की मानें तो कृष्ण पक्ष की अमावस्या को ही लगने वाले सूर्य ग्रहण का प्रभाव मेष से लेकर मीन राशि तक यानी सभी 12 राशियों पर पड़ता है।
कब होता है सूर्य ग्रहण
खगोल शास्त्रियों के मुताबिक, जब जब चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य के बीच से गुजरता है, वह स्थिति सूर्य ग्रहण की होती है। इस दौरान चंद्रमा सूर्य की रोशनी को आंशिक या पूर्ण रूप से अपने पीछे ढंकते हुए उसे पृथ्वी तक पहुंचने से रोक लेता है। ऐसी स्थिति में रोशनी के नहीं पड़ने पर पृथ्वी पर अंधेरा छा जाता है। इसी खगोलीय घटना को सूर्य ग्रहण कहा जाता है।
गौरतलब है कि अगले महीने 4 दिसंबर को लगने वाले सूर्य ग्रहण के दौरान सूतक काल मान्य नहीं होगा, क्योंकि यह सूर्य ग्रहण उपछाया ग्रहण है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, पूर्ण ग्रहण होने पर ही सूतक काल मान्य होता है, जबकि 4 दिसंबर को लगने वाला सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई भी नहीं देगा। इसके साथ ही आंशिक या उपछाया होने पर सूतक नियमों का पालन अनिवार्य नहीं होता है।