बसंत पंचमी पर महाकुंभ का तीसरा और अंतिम अमृत स्नान जारी है। सनातन धर्म मे महाकुंब का खास महत्व है। आज के दिन हाथों में तलवार- त्रिशूल, लेकर लाखों नागा,साधु संगत के तट डुबकी लगाने के लिए पहुंच रहे है। आज के दिन ब्रह्म मुहूर्त में पंचमी तिथि, इसीलिए अंतिम अमृत स्नान को बसंत पंचमी का अमृत स्नान भी कहा जा रहा है।
आज के दिन नागा साधुओं के अखाड़े सबसे पहले स्नान करते है। इसके बाद नागा साधुओं के दल महाकुंभ से अपने अखाड़ों की ओर वापस लौट जाएंगे। नागा साधुओं के साथ ही करोडों की संख्या में आज भक्त भी प्रयागराज के त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाएंगे। आपको बका दें कि आज बसंत पंचमी के खास मौके पर अभी कर करीब 1 करोड़ श्रद्धालु संगम मे डुबकी लगा चुके है। भगदड़ के बाद भी श्रद्धालु का आना यहां नही रुका है, संगम तट पर अभी भी 10 किलो मीटर तक भीड़ है।
आपक आपको बता दें कुंभ मेला प्रशासन ने सोमवार की शाम तक पांच करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के स्नान करने का अनुमान लगाया है. भीड़ को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए है। प्रयागराज मे 13 जनवरी से आयोजित महाकुंभ 26 फरवरी तक चलेगा, संगत तट पर अभी तक लगभग 35 करोड़ श्रद्धालु स्नान कर चुके है।
यूपी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सुबह साढ़े 3 बजे से ही अपने सरकारी आवास के वॉर रूम में डीजीपी (DGP, प्रमुख सचिव गृह और मुख्यमंत्री कार्यालय के अफसरों को बसंत पंचमी के अमृत स्नान पर लगातार अपडेट ले रहे हैं. आपको बता दें शनिवार को प्रयागराज महाकुंभ पहुंचते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने हादसे को लेकर अधिकारियों की क्लास लगा थी. इस दौरान सीएम घटनास्थल पर रुके और अफसरों से घटना को लेकर कई सवाल किया थे.
बता दें कि प्रयागराज में जारी कुंभ मेले में मौनी अमावस्या के अवसर पर संगम तट पर मंगलवार-बुधवार की रात करीब डेढ़ बजे भगदड़ मची, जिसमें 30 लोगों की मौत हो गई है. इस हादसे में 60 लोग घायल भी हुए हैं. मेला अधिकारी विजय किरण आनंद से पूछा- हादसा कैसे हुआ। DIG, महाकुंभ नगर मेला क्षेत्र वैभव कृष्ण ने मीडिया से कहा कि, “महाकुंभ भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई जिसमें से 25 मृतकों की पहचान हो गई है.