राम की नगरी आयोध्या मे रामलला प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ मनाई जा रही है। जिसके लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के अयोध्या पहुंचे हैं। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की प्रथम वर्षगांठ पर देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सभी देशवासियों को बधाई दी।
रामलाल की विशेष पूजा शुरू हो गई। सीएम योगी आदित्यनाथ उत्सव का शुभ आरम्भ किया। इस खास मौके पर वे रामलला का अभिषेक कर महाआरती करते हुए दिखाई दिए। पुजारियों ने रामलला का पंचामृत अभिषेक किया। पहले दूध, दही, घी, शहद और शक्कर से अभिषेक किया, फिर गंगाजल से नहलाया।
रामलला प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ पर प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, उन्होने लिखा की अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की प्रथम वर्षगांठ पर समस्त देशवासियों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं। सदियों के त्याग, तपस्या और संघर्ष से बना यह मंदिर हमारी संस्कृति और अध्यात्म की महान धरोहर है।” उन्होंने कहा, ‘‘मुझे विश्वास है कि यह दिव्य-भव्य राममंदिर विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि में एक बड़ी प्रेरणा बनेगा।”
11 जनवरी को ही क्यों हुई रामलला प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ
पिछले वर्ष रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी जिसमे एक्टर, बिजनेसमैन, साधु संत समेत हजारों लोग शामिल हुए थे। ऐसे मे तो 22 जनवरी 2025 को ही रामलला प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ होनी थी लेकिन हिंदी तिथि के अनुसार इस बार 11 जनवरी को पौष शुक्ल द्वादशी तिथि पड़ रही थी. इसलिए इस तीन दिवसीय कार्यक्रम की शुरुआत 11 जनवरी से हुआ अब इसका समापन 13 जनवरी को होगा.
हिंदू पंचांग के अनुसार तिथि वैसे तो 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा का एक साल पूरा होगा तो फिर 11 जनवरी को प्रतिष्ठा द्वादशी उत्सव क्यों मनाया जा रहा है ऐसा आप सोच रहे होंगे तो आपको बता दें इस उत्सव को मनाने की तिथि हिंदू पंचांग के अनुसार तय की गई है. जैसे दिवाली, होली, गणेश चतुर्थी आदि उत्सव हिंदू तिथि के हिसाब से मनाए जाते हैं ठीक वैसे ही प्राण प्रतिष्ठा की वर्षगांठ का उत्सव भी इसी अनुसार मनाया जा रहा है.