कोलकाता-पश्चिम बंगाल की राजनीति में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब नंदीग्राम में नामांकन के बाद चुनाव प्रचार कर रहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी घायल हो गईं। ममता बनर्जी का आरोप है कि 4-5 लोगों ने उनके साथ धक्का-मुक्की की। इस हमले में उनके पैर और हाथ में काफी चोट आई है और इस समय ममता बनर्जी कोलकाता के एक अस्पताल में भर्ती हैं। इस पूरे मामले को जहां भाजपा और कांग्रेस के नेताओं ने सियासी ड्रामा बताया है, वहीं अब घटना को लेकर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) का बयान भी सामने आया है।
This is not the first time an attempt has been made to silence @MamataOfficial. Earlier too, she was attacked on this very historic turf for standing by farmers. But nothing will break her will. She was, she is and she will continue to be your strongest voice.
— All India Trinamool Congress (@AITCofficial) March 10, 2021
टीएमसी ने कहा कि ऐसा पहली बार नहीं है, जब ममता बनर्जी की आवाज को दबाने की कोशिश की गई है। 'कोई भी हमला उनकी इच्छाशक्ति नहीं तोड़ सकता' टीएमसी ने गुरुवार को ट्वीट कर एक बयान जारी करते हुए कहा, 'यह पहली बार नहीं है जब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को चुप कराने की कोशिश की गई है। इससे पहले जब वो किसानों के साथ खड़ी हुईं, उस समय भी उनके ऊपर हमला किया गया। लेकिन, इस तरह का कोई भी हमला उनकी इच्छाशक्ति को तोड़ नहीं सकता। ममता बनर्जी थीं, ममता बनर्जी हैं और ममता बनर्जी प्रदेश की जनता की सबसे मजबूत आवाज बनी रहेंगी।'
#WATCH Eyewitness Chitranjan Das who was present at Nandigram's Birulia where WB CM suffered injury says, "I was there, she (CM) was sitting inside her car but the door was open. The door closed after it touched a poster. Nobody pushed or hit...there was no one near the door." pic.twitter.com/2OeVHC0Vmy
— ANI (@ANI) March 10, 2021
नंदीग्राम के बिरुलिया में हादसे के समय मौजूद एक अन्य चश्मदीद चितरंजन दास ने बताया, 'मैं वहां मौजूद था, वह (ममता बनर्जी) अपनी कार के अंदर बैठी थीं, लेकिन दरवाजा खुला था। दरवाजा एक पोस्टर से टकराने के बाद बंद हो गया। किसी ने धक्का नहीं दिया और न ही मारा। उस समय दरवाजे के पास कोई नहीं था।'
हादसे के समय मौके पर मौजूद छात्र सुमन मैती ने बताया, 'जब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी यहां पहुंचीं, तब उनको देखने के लिए भीड़ जमा हो गई और लोग उन्हें घेरकर खड़े हो गए। इस दौरान उन्हें गर्दन और पैर पर चोट लगी। इस दौरान किसी ने उन्हें धक्का नहीं दिया। उनकी कार धीरे-धीरे चल रही थी।'
.@MamataOfficial attacked in Nandigram on the day she filed her nomination. 4-5 people pushed her on purpose & grievously injured her leg. Clearly, it's a conspiracy for the rousing response she got from the people of Bengal earlier today. (2/2)
— All India Trinamool Congress (@AITCofficial) March 10, 2021
बता दें कि ममता बनर्जी ने बुधवार को आरोप लगाया था कि नंदीग्राम में चुनाव प्रचार के दौरान ‘‘चार-पांच लोगों’’ द्वारा कथित रूप से धक्का दिये जाने की वजह से उनके एक पैर में चोट लगी है। घटना शाम सवा छह बजे उस वक्त घटी जब बनर्जी रियापारा इलाके में एक मंदिर में प्रार्थना के बाद बिरूलिया जाने वाली थीं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं अपनी कार के बाहर खड़ी थी, जिसका दरवाजा खुला था। मैं वहां से मंदिर में प्रार्थना कर रही थी। कुछ लोग मेरी कार के पास आए और दरवाजे को धक्का दिया। कार का दरवाजा मेरे पैर में लग गया।’’