भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा रेपो रेट में कटौती के बाद देश के प्रमुख बैंकों ने फिर से फिक्स डिपॉजिट (FD) रेट कम करना शुरू कर दिया है. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने जानकारी देते हुए कहा कि लगातार दूसरी बार रेपो रेट में 0.25% (25 बेसिस प्वाइंट) की कटौती की गई है. इस कटौती के बाद अब बैंकों ने भी एफडी पर मिलने वाले ब्याज दरों को कम करना शुरू कर दिया है।
हाल ही में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) केनरा बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, कोटक महिंद्रा बैंक, यस बैंक, बंधन बैंक एचडीएफसी बैंक और शिवालिक स्मॉल फाइनेंस बैंक जैसे कई बड़े बैंक अपने एफडी रेट घटा चुके हैं. अब ऐसा माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में और भी बैंक इस लिस्ट में शामिल हो सकते हैं और एफडी रेट्स में कटौती कर सकते हैं.
इन बैंकों ने बढाई FD ब्याज दर
- बता दें स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने फिक्स डिपॉजिट (FD) की ब्याज दरों में 0.20% तक की कटौती की है। SBI में अब 1 साल की FD कराने पर 6.70% ब्याज मिलेगा। अब 1 साल से कम 2 साल की एफडी पर 6.7% और 2 से 3 साल वाली एफडी पर 6.9% ब्याज मिलेगा. पहले इन दोनों पर क्रमश 6.8% और 7% ब्याज मिल रहा था।
- केनरा बैंक ने 3 करोड़ रुपये से कम की जमा पर कुछ चुनिंदा अवधियों के लिए फिक्स डिपॉजिट (FD) ब्याज दरों में 20 बेसिस प्वाइंट्स यानी 0.20 फीसदी तक की कटौती की है. सरकारी बैंक में एफडी FD पर नई दरें गुरूवार 10 अप्रैल से लागू हो गई है. अब बैंक फिक्स डिपॉजिट (FD) पर आम लोगों को 4% से 7.25% और वरिष्ठ ग्राहकों को 4% से 7.75% तक ब्याज दर मिल रहा है.
- बंधन बैंक ने 3 अप्रैल 2025 से 3.Cr रुपये से अधिक की थोक फिक्स डिपॉजिट (एफडी) पर नई दरें लागू की हैं. अब बैंक 12 महीने से 13 महीने से कम की कॉल करने योग्य एफडी पर 8% और गैर-कॉल करने योग्य एफडी पर 8.3% की दर से ब्याज दे रहा है.
- बैंक ऑफ बड़ौदा ने ‘बॉब स्क्वायर ड्राइव डिपॉजिट स्कीम’ नाम से नई फिक्स डिपॉजिट (FD) योजना लॉन्च की है, जो 3 करोड़ रुपये से कम की जमा राशि पर लागू है.
- एचडीएफसी बैंक ने भी अपनी फिक्स डिपॉजिट (FD) दरों को अपडेट किया है. अब बैंक 7 दिनों से 10 साल तक की अवधि के लिए 3% से 7.25% तक की ब्याज दर दे रहा है. सबसे ज्यादा 7.25% ब्याज दर 10 महीने से 21 महीने से कम की अवधि पर दी जा रही है.
- यस बैंक ने भी 1 अप्रैल 2025 से ही नई दरों की घोषणा कर दी थी, अब गैर-वरिष्ठ नागरिकों को 12 से 24 महीने की फिक्स डिपॉजिट (FD) पर 7.75% और वरिष्ठ ग्राहकों को 8.25% की ब्याज दर मिल रही है.
- शिवालिक स्मॉल फाइनेंस बैंक ने भी 9 अप्रैल से लागू नई ब्याज दरों के अनुसार 3 करोड़ रुपये से कम की फिक्स डिपॉजिट (FD) पर सामान्य नागरिकों को 3.50% से 8.30% और वरिष्ठ ग्राहकों को 4% से 8.80% तक ब्याज देना शुरू किया है.
जानें रेपो दर क्या है?
रेपो दर (पुनर्खरीद दर) वह ब्याज दर है जिस पर केंद्रीय बैंक वाणिज्यिक बैंकों को धन उधार देता है जब धन की कमी होती है। सरल शब्दों में, यह वह दर है जिस पर बैंक अल्पकालिक जरूरतों के लिए केंद्रीय बैंक से धन उधार लेते हैं, आमतौर पर सरकारी प्रतिभूतियों के बदले। यह तंत्र केंद्रीय बैंकों को तरलता को विनियमित करने और मौद्रिक स्थिरता बनाए रखने की अनुमति देता है।
रेपो दर का महत्व
रेपो दर आर्थिक ढांचे में काफी महत्व रखती है। यह एक ऐसा उपकरण है जिसका उपयोग केंद्रीय बैंक कई व्यापक आर्थिक उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए करते हैं, रेपो दर का एक प्राथमिक उपयोग मुद्रास्फीति को नियंत्रित करना है। जब मुद्रास्फीति अधिक होती है, तो केंद्रीय बैंक रेपो दर बढ़ा सकता है। इससे उधार लेना अधिक महंगा हो जाता है, जिससे अर्थव्यवस्था में मुद्रा आपूर्ति कम हो जाती है, जिससे मुद्रास्फीति को कम करने में मदद मिल सकती है।