अलकायदा के आतंकियों को असलहा मुहैया कराने में कानपुर कनेक्शन पर बुधवार को मुहर लग गई। लखनऊ में एटीएस के हत्थे चढ़े शकील ने पूछताछ में खुलासा किया कि कानपुर के आफाक और लईक ने आतंकियों को असलहा उपलब्ध कराया था। इसमें शकील ने बिचौलिये की भूमिका निभाई। लईक को हिरासत में लेकर एटीएस उससे पूछताछ कर रही है, जबकि आफाक की तलाश में दबिशें दी रही है। सूत्रों के मुताबिक, दोनों चमनगंज इलाके के रहने वाले हैं। लखनऊ में गिरफ्तार आतंकी मिनहाज और मुशीर ने पूछताछ में कानपुर के चमनगंज इलाके से पिस्टल और चाकू खरीदने की बात कबूल की थी। अमर उजाला ने बुधवार को खुलासा किया था कि लखनऊ निवासी शकील ने चमनगंज इलाके के रहने वाले अपने परिचितों से असलहों का सौदा कराया था।
बुधवार को एटीएस ने लखनऊ में शकील को गिरफ्तार किया, तब खुलासा हुआ कि चमनगंज निवासी आफाक और लईक से मुशीर व मिनहाज को असलहा दिलाया था। सूत्रों के मुताबिक, लईक भी एटीएस की हिरासत में है। उससे पूछताछ जारी है। वहीं, नेटवर्क का खुलासा होने के बाद गिरफ्तारी की आशंका में आफाक फरार हो गया है, जिसकी तलाश जारी है।
मिनहाज और मुशीर से एटीएस ने जो पिस्टल बरामद की थी, वो कंट्रीमेड 32 बोर की है। सूत्रों के मुताबिक आफाक और लईक असलहों की तस्करी करते हैं। गिरोह में कई और लोग भी शामिल हैं। बिहार के मुंगेर से असलहों की खेप कानपुर मंगवाते हैं। इसी खेप में ये पिस्टल भी आई थी, जिसे इन दोनों ने आतंकियों को बेची थी। कितनी रकम इसके बदले ली थी और पिस्टल कब बेची, अभी इसका पता नहीं चल अलकायदा के संदिग्ध आतंकी मिनहाज से मिली .32 बोर की पिस्टल से जुड़े अब तक तीन लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। अभी इससे जुड़े कई और लोगों की गिरफ्तारी होनी तय है। ये एटीएस के रडार पर हैं। एटीएस के मुताबिक मुईद ने मुस्तकीम की मदद से मिनहाज को पिस्टल दिलाई। पर पिस्टल किससे खरीदी गई, इसका खुलासा एटीएस जल्द करेगी। अब तक पिस्टल से जुड़े लगभग आधा दर्जन लोगों के नाम सामने आ चुके हैं।
मिनहाज से बरामद पिस्टल को कानपुर से खरीदा गया था। इसे लेकर एटीएस की एक टीम कानपुर के चमनगंज पर भी निगाह बनाए हुए है। वहीं, जिन लोगों पर एटीएस को शक है, वह दोनों चमनगंज के रहने वाले बताए जा रहे हैं। एटीएस ने संदिग्ध आतंकियों के पास से कुकर बम भी बरामद किया था। एटीएस कुकर व विस्फोटक किसने उपलब्ध कराया, कुकर बम बनाने की ट्रेनिंग कहां से ली गई आदि सवालों के जवाब मिनहाज व मसीरूद्दीन से उगलवाने का प्रयास कर रही है।
मिनहाज और मुशीर से एटीएस ने जो पिस्टल बरामद की है, वह कंट्रीमेड 32 बोर की है। सूत्रों के मुताबिक आफाक और लईक असलहों की तस्करी करते हैं। गिरोह में कई और लोग भी शामिल हैं। बिहार के मुंगेर से असलहों की खेप कानपुर मंगवाते हैं। इसी खेप में ये पिस्टल भी आई थी, जिसे इन दोनों ने आतंकियों को बेची थी। इसके बदले कितनी रकम ली थी और पिस्टल कब बेची, अभी इसका पता नहीं चल सका है। अलकायदा के संदिग्ध आतंकी मिनहाज से मिली .32 बोर की पिस्टल से जुड़े अब तक तीन लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। अभी इससे जुड़े कई और लोगों की गिरफ्तारी होनी तय है। ये एटीएस के रडार पर हैं। एटीएस के मुताबिक मुईद ने मुस्तकीम की मदद से मिनहाज को पिस्टल दिलाई। पर पिस्टल किससे खरीदी गई, इसका खुलासा एटीएस जल्द करेगी। अब तक पिस्टल से जुड़े लगभग आधा दर्जन लोगों के नाम सामने आ चुके हैं। मिनहाज से बरामद पिस्टल को कानपुर से खरीदा गया था।