कोरोना के इस कठिन दौर में जब कई परिवार उजड़ गए तो कई लोग इस समय में इंसानियत की मिसाल दिखाते नज़र आए. आपनी संवेदनाओं को दर्शाने वाले ऐसे कई मामले सामने आए जिनसे समाज को प्रेरणा मिली और समाज को नए फाईटर मिले. ऐसी ही एक प्रोत्साहित करने वाली कहानी सामने आई राजस्थान के अजमेर से जहां एक युवती ने महिलाओं की खूबसूरती की मिसाल माने जाने वाले अपने लंबे बालों को एक नेक और भले काम के लिए दान कर दिया. युवती ने अपने बाल कैंसर पीड़ित महिलाओं के लिये दान कर दिए जिससे उनसे उनके लिये विग बनाई जा सके.
अजमेर में यह पहला मौका नहीं जब किसी युवती ने दूसरे के चेहरे पर सुकून भरी हंसी लाने के लिये इस तरह का कदम उठाया बल्कि इससे पहले भी एक युवती ऐसा कर चुकी है. अपने बाल डोनेट करने वाली दोनों ही युवतियां अपने इस कार्य से बेहद खुश और गौर्वान्वित हैं. इन युवतियों ने बाकी लोगों से भी अपील की है कि वे भी पीड़ितों के चेहरों पर मुस्कुराहट लाने के लिये आगे आयें और अपना सहयोग निर्धारित करें.
कैंसर पीड़ित मरीजों के लिए देशभर में कई संस्थाएं काम कर रही हैं. लेकिन अजमेर की रहने वाली युवती वर्षा कुमावत ने अपनी पहल के जरिए सभी को चौंका दिया है. वर्षा ने पितृ सत्तात्मक समाज की परंपरा को चुनौती देते हुए अपने बाल कैंसर पीड़ित मरीजों के कल्याण के लिए काम करने वाली गुजरात की एक संस्था को डोनेट किये.आपको बते दें कि वर्षा ने इस डोनेशन की जानकारी सोशल मीडिया से ही बटोरी. अपने इस फैसले से खुश वर्षा बताती है कि उन्होंने अपने बाल डोनेट करने का फैसला 2019 में ही कर लिया था. पहले उन्हें इसकी पूरी प्रक्रिया के बारे में जानकारी नहीं थी मगर सोशल मीडिया के जरिए उन्होंने इसके बारे में जानकारी जुटाई. बालों को महिलाओं के सौंदर्य का सबसे अहम हिस्सा माना जाता है. यदि परिजनों का सहयोग हासिल हो तो लड़कियां किसी भी चुनौती का सामना कर सकती है.
वर्षा के इस काफी हिम्मत वाले फैसले में उनके परिवार का भी पूरा सहयोग मिला. उन्होंने अपने फैसले को पूरा करते हुए अपने बाल डोनेट कर दिए. वर्षा से पहले अजमेर की ही एक और युवती रीवा ने भी साल 2019 में मुंबई की एक संस्था को अपने बाल डोनेट किये थे. रीवा को जब वर्षा के बारे में पता चला तो उन्हें भी बेहद खुशी हुई. रीवा ने अजमेर में धीरे-धीरे बढ़ रहे इस नेक काम को जल्द ही संगठित रूप से कर समाज में जागरुकता फैलाने की इच्छा भी जताई. रीवा मेयो गर्ल्स स्कूल की छात्रा है,वर्षा और रीवा अपने इस फैसले से काफी खुश हैं. बाल डोनेट करने की खुशी उनके चेहरे पर भी देखते ही बनती है. सच भी है कि किसी दूसरे के चेहरे पर मुस्कुराहट लाने के लिए उठाया गया हमारा एक छोटा सा कदम जीवनभर के लिए हमें खुशियों का पिटारा सौंप देता है.