महाराष्ट्र और झारखंड चुनाव होने के बाद अब बीजेपी में संगठन चुनाव की बारी है, जिसको लेकर अभी से माथापच्ची शुरू हो गई है, माना जा रहा है मकर संक्रांति पर बीजेपी को नया राष्ट्रीय अध्यक्ष भी मिल सकता है।
लोकसभा और विधानसभा चुनावों के बाद अब एक और चुनाव होने वाला है. जी हां, अब भारतीय जनता पार्टी के संगठन चुनाव की बारी है. जिसको लेकर पार्टी में अभी से सुगबुगाहट शुरू हो गई है. साथ ही इन चुनावों को लेकर पार्टी के अहम पद पर आसीन सदस्यों को जिम्मेदारियां भी सौंप दी गई हैं. इसके लिए पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राज्यों में अध्यक्ष और अन्य पदों के चुनाव के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति कर दी है.
संगठन चुनावों को लेकर पर्यवेक्षक नियुक्त
पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने संगठन चुनावों को लेकर पर्यवेक्षकों की नियुक्ति कर दी है. जेपी नड्डा ने राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े को उत्तर प्रदेश और बिहार का पर्यवेक्षक बनाया गया है. तावड़े दोनों राज्यों में संगठन चुनाव की देखरेख करेंगे. इसी तरह सुनील बंसल को पश्चिम बंगाल, असम, झारखंड और हरियाणा का जिम्मा सौंपा गया है. तरुण चुग को केरल, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कर्नाटक और लक्षद्वीप की जिम्मेवारी दी गई है. वहीं शिवप्रकाश को मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना का ऑब्जर्वर बनाया गया है. अरुण सिंह महाराष्ट्र, गोवा, दमन द्वीप और दादर नागर हवेली के पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए हैं. राधा मोहन दास को राजस्थान, पंजाब, चंडीगढ़ और गुजरात का पर्यवेक्षक का जिम्मा सौंपा गया है.
BJP के नए अध्यक्ष को लेकर चर्चाएं तेज
इस बात की चर्चाएं भी तेज हैं कि भारतीय जनता पार्टी को मकर संक्रांति के बाद नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिल सकता है. इसको लेकर पार्टी हाई लेवल पर कवायद करने में जुटी हुई है. वहीं नए अध्यक्ष की नियुक्ति से पहले पार्टी के भीतर राज्यवार सक्रिय सदस्यता का आंकलन किया जा रहा हैइसके लिए नई दिल्ली में पिछले हफ्ते करीब 6 घंटे की एक बैठक भी हुई थी. बता दें कि जेपी नड्डा का कार्यकाल लोकसभा चुनाव के बाद ही खत्म हो गया था लेकिन संगठन चुनाव के कारण अध्यक्ष पद पर फाइनल फैसला नहीं हो सका है.
दक्षिण भारत का हो सकता है BJP का नया अध्यक्ष
वहीं संगठन चुनाव से पहले इस बात को लेकर भी कयास लगाए जा रहे हैं कि नया अध्यक्ष कहां से होगा. अनुमानों की मानें तो इस बार पार्टी का नया अध्यक्ष दक्षिण भारत से हो सकता है. जिसकी वजह ये है कि हाल में अहम पदों में से किसी भी पद पर दक्षिण भारत का कोई नेता नहीं पदस्थ है. वर्तमान में राष्ट्रपति पूर्व भारत से हैं तो उपराष्ट्रपति पश्चिम भारत से. वहीं प्रधानमंत्री उत्तर भारत से हैं, इसलिए उम्मीद जताई जा रही है कि पार्टी अध्यक्ष दक्षिण भारत से हो सकते हैं.
भारतीय जनता पार्टी के मौजूदा अध्यक्ष जेपी नड्डा के कार्यकाल की बात करें तो उनका कार्यकाल इसी साल जनवरी में ही खत्म हो रहा था. मगर लोकसभा चुनावों के चलते अध्यक्ष जेपी नड्डा के कार्यकाल को बढ़ाया गया था. भारतीय जनता पार्टी में नए अध्यक्ष के चयन से पहले संगठन का चुनाव जरूरी होता है. जिसमें आमतौर पर 6 महीने का समय लग जाता है. इसलिए वर्तमान अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल 6 महीने तक बढ़ा दिया गया था.