महाकुंभ का आज 43वां दिन है। अभी तक लगभग 62 करोड़ श्रद्धालु संगम मे आस्था की डुबकी लगा चुके है, 13 फरवरी से जारी महाकुंभ मेला खत्म होने में केवल 2 दिन ही बचे हैं।
महाकुंभ जाने के लिए ट्रेनों में रिजर्वेशन मिलना बेहद मुश्किल है, क्योंकि सीटें काफी कम हैं और श्रद्धालुओं की तादाद काफी ज्यादा है. ऐसे में आम मेला स्पेशल ट्रेनों की मदद ले सकते हैं, लेकिन इनमें आपको हद से ज्यादा भीड़ मिल सकती है. ऐसे में आपको काफी परेशान होना पड़ सकता है. अगर आप इस भीड़ को बर्दाश्त कर सकते हैं तो प्रयागराज पहुंचने का यह तरीका थोड़ा आसान है.
प्रयागराज जाने के लिए रोडवेज और प्राइवेट बस उपलब्ध हैं. रोडवेज बसों का किराया तय है, लेकिन इसमें तय मानक से ज्यादा पैसेंजर्स सफर कर रहे हैं. आप प्रयागराज के बेला कछार बस अड्डे तक जाने वाली रोडवेज बस बुक कर सकते हैं और वहां से नाव की मदद से संगम घाट पर जाकर स्नान कर सकते हैं. वहीं, प्राइवेट बसों को पैसेंजर्स के हिसाब से बुक किया जा रहा है, लेकिन इनका किराया काफी ज्यादा है. इसके अलावा प्राइवेट बसें जाम की वजह से शहर से करीब 20-25 किलोमीटर पहले छोड़ रही हैं. ऐसे में आपको वहां से बाइक आदि के ऑप्शन मिल जाते हैं, जो 600 से 1500 रुपये तक में संगम तट तक आपका आना-जाना करा सकते हैं. यह किराया फिक्स्ड नहीं है. इसे मोलभाव के आधार पर ही तय करना पड़ता है.
प्रयागराज के जिला अधिकारी रवींद्र कुमार मंदार ने कहा, “… महाशिवरात्रि के पर्व पर हम मेले के अंतिम दिन को आयोजित करेंगे। उस दिन महाकुंभ का पावन समापन होगा। हमारी पूरी तैयारी है… हमने मंदिर प्रबंधन के साथ बेहतर तालमेल सुनिश्चित किया है… हमने सभी जगहों पर व्यवस्था की है…”