- न्यायालय ने कैदी की मेडिकल रिपोर्ट
- कैदी को भूखा रखा उसके साथ मारपीट
- जेलर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए आदेश
- जिला जेल के जेलर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करनें के आदेश
- जेल के अंदर जेलर वही जेलर है जो कैदियों पर करते हैं अत्याचार
अंग्रेजों के जमाने का जेलर आपने फिल्मों में सुना होगा आज भी जेल के अंदर जेलर वही जेलर है जो कैदियों पर करते हैं अत्याचार।
फर्रुखाबाद जिला कारागार के जेलर गिरीश कुमार द्वारा जेल में बंद बंदी विकास सक्सेना के साथ बसूली को लेकर मारपीट करनें के मामले में न्यायालय नें कड़ा रुख अपनाते हुए मुकदमा दर्ज करनें के आदेश दिये हैं। जिससे जेल प्रशासन में खलबली है|
दरअसल बीते 7 जनवरी 2025 से जिला जेल में बंद विकास सक्सेना निवासी विकास नगर मोहम्मदाबाद के साथ वसूली को लेकर तीन दिन तक भूखा रखा और 50 हजार रूपये की मांग की जेलर गिरीश कुमार ने मोबाइल रखनें के झूठे केस में फंसा देनें की धमकी दी| उसके बाद 7 जनवरी को कैदी विकास सक्सेना के साथ जेलर गिरीश कुमार नें 11 बजे सुबह लाठी-डंडो से मारपीट की| मामले में विशेष न्यायाधीश दस्यु प्रभावित क्षेत्र शैलेद्र सचान ने आरोपी जेलर गिरीश कुमार के खिलाफ कोतवाल फतेहगढ़ को मुकदमा दर्ज करनें के आदेश दिये|
कैदी विकास को जेल में सुरक्षा देंनें के आदेश
न्यायालय नें जेल अधीक्षक को आदेश किये हैं कि जेल में कैदी विकास को सुरक्षा प्रदान की जाये| न्यायालय नें कहा कि कैदी विकास के अनुसार उसे जेलर की शिकायत से खतरा है कि उसके साथ दोबारा मारपीट हो सकती है| लिहाजा उसको सुरक्षा जेल अधीक्षक प्रदान करें |