भारतीय समूह और टाटा अपने डीटीएच (DTH) बिजनस के मर्जर की तैयारी में हैं। यह मर्जर भारत के डीटीएच (DTH) सेक्टर में यह सबसे बड़ा मर्जर होगा, सूत्रों के मुताबिक टाटा ग्रुप के टाटा प्ले और एयरटेल के डिजिटल टीवी के मर्जर का फैसला ऐसे समय लिया गया है जब लोग TV के बजाय लाइव स्ट्रीमिंग और ऑनलाइन वीडियो देखना पसंद कर रहे हैं।
भारती एयरटेल अपने डीटीएच बिजनेस, एयरटेल डिजिटल टीवी को टाटा प्ले के साथ मर्ज करने जा रहा है। अगर यह मर्जर होता है तो 2016 में डिश टीवी के वीडियोकॉन डी2एच के साथ विलय के बाद भारत के डीटीएच सेक्टर में यह सबसे बड़ा मर्जर होगा। यह मर्जर शेयरों की अदला-बदली के जरिए होगा। इससे एयरटेल के नॉन-मोबाइल रेवेन्यू में इजाफा होगा।
यह मर्जर शेयरों मे एक दूसरे की अदला-बदली के जरिए होगा। Airtel के पास 52 से 55 प्रतिशत की बहुमत हिस्सेदारी होगी, जबकि टाटा संस और वॉल्ट डिज्नी सहित टाटा प्ले के शेयरहोल्डर्स 45 से 48% हिस्सेदारी रखेंगे। यह एक नॉन-बाइंडिंग डील होगी।
भारती एयरटेल लिमिटेड ने साल 2008 में डायरेक्ट टू होम (DTH) सैटेलाइट टीवी सर्विस ‘एयरटेल डिजिटल टीवी’ लॉन्च की थी। शुरुआत में यह सर्विस 62 शहरों में 21,000 रिटेल आउटलेट के जरिए ग्राहकों के लिए उपलब्ध कराई गई थी।
मर्जर क्यों हो रहा?
टाटा ग्रुप के टाटा प्ले और एयरटेल के डिजिटल टीवी के मर्जर का फैसला ऐसे समय लिया गया है जब लोग TV के बजाय लाइव स्ट्रीमिंग और ऑनलाइन वीडियो देखना पसंद कर रहे हैं। टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अनुसार, DTH यूजर्स की संख्या FY24 में घटकर 6 करोड़ हो गई है, जो FY21 में 7 करोड़ थी। मर्जर के बाद एयरटेल डिजिटल टीवी को टाटा प्ले के 1.9 करोड़ घरों और 50 लाख ब्रॉडबैंड ग्राहकों तक पहुंच मिलेगी। अभी इनके कंबाइन्ड सब्सक्राइबर्स की संख्या 3.5 करोड़ है। मर्जर के बाद बनी कंपनी के पास दूरसंचार ब्रॉडबैंड और डीटीएच को बंडल करके कई ज्यादा सेवाएं प्रदान करने की क्षमता होगी।