- शामली में STF को बड़ी सफलता
- मुस्तफा कग्गा गैंग के 4 बदमाश ढेर
यूपी एसटीएफ को मिली बड़ी सफलता मिली है एक लाख के ईनामी बदमाश अरशद व उसके गिरोह से हुई मुठभेड़ में गोली लगने से मुस्तफा कग्गा गिरोह का सदस्य अरशद पुत्र जमील निवासी बड़ी माजरा, थाना गंगोह जिला सहारनपुर तथा तीन अन्य मंजीत, सतीश और एक अज्ञात साथी की की मौत हो गई है। आपको बता दे अरशद थाना बेहट, सहारनपुर से लूट के एक मामले में वांछि था. उस पर एडीजी जोन द्वारा एक लाख का इनाम घोषित किया गया था, अरसद पर लूट, डकैती और हत्या के एक दर्जन मामले दर्ज थे।
मुठभेड़ के दौरान, एसटीएफ टीम का नेतृत्व कर रहे इंस्पेक्टर सुनील को लगी कई गोलिया…उनका करनाल हरियाणा के अस्पताल अमृतधारा में हुआ प्राथमिक उपचार…गभीर अवस्था मे गुड़गांव के मेदांता हॉस्पिटल रेफर…शामली के थाना झिझाना क्षेत्र में हुई मुठभेड़।
21 जनवरी 2025 बीती रात शामली मे जनपद शामली के झिंझाना थाना क्षेत्र में यूपी STF (मेरठ टीम) और कुख्यात मुस्तफा कग्गा गैंग के सदस्यों के बीच हुई मुठभेड़ में गैंग का प्रमुख सदस्य अरशद समेत चार अपराधी मारे गए है। मुठभेड़ में अरशद के साथ सतीश मंजीत, और एक अन्य अज्ञात साथी भी शामिल थे। पुलिस ने बताया कि बदमाश अरशद पर 1 लाख का इनाम घोषित था और वह सहारनपुर के बेहट थाने में दर्ज डकैती के एक मामले में वांछित था।
अरशद पुत्र जमील, निवासी बड़ी माजरा, थाना गंगोह, सहारनपुर, पर डकैती, हत्या और लूट जैसे संगीन अपराधों के लगभग 17 केस दर्ज थे। वह लंबे समय से पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था। सहारनपुर और आस-पास के जिलों में उसकी सक्रियता ने पुलिस को चुनौती दी थी। उसके खिलाफ सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर और हरियाणा के पनपत में विभिन्न धाराओं के तहत मामले दर्ज थे, जिनमें 395 (डकैती), 397 (आर्म्ड डकैती) 302 (हत्या) और गैंगस्टर एक्ट जैसे गंभीर अपराध शामिल थे।
जानकारी के मुताबिक STF को गुप्त सूचना मिली थी कि अरशद अपने साथियों के साथ झिंझाना थाना क्षेत्र से गुजरने वाला है। पुलिस ने घेराबंदी का जाल बिछाकर उन्हें रोकने की कोशिश की। लेकिन अपराधियों ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसके जवाब में पुलिस ने भी मोर्चा संभाला। करीब आधे घंटे तक चली इस मुठभेड़ में अरशद और उसके साथ तीन साथी घायल हो गए। उन्हें अनन-फनन अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मुठभेड़ के दौरान एसटीएफ टीम का नेतृत्व कर रहे इंस्पेक्टर सुनील को कई गोलियां लगीं। उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। उन्हें पहले करनाल के अमृतधारा अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन बाद में बेहतर इलाज के लिए गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल रेफर कर दिया गया।
अरशद पर सहारनपुर, शामली और अन्य जिलों में 17 से अधिक संगीन मुकदमे दर्ज थे। अरशद का नाम कई जिलों के अपराध रिकॉर्ड में सबसे ऊपर था।
STF अधिकारियों ने बताया कि अरशद जैसे खतरनाक अपराधी का खात्मा कानून-व्यवस्था को बनाए रखने की दिशा में एक बड़ी सफलता है। उन्होंने कहा कि यह मुठभेड़ उत्तर प्रदेश सरकार की अपराध मुक्त प्रदेश बनाने की नीति का हिस्सा है। बदमाश अरशद की मौत से मुस्तफा कग्गा गैंग को एक भारी झटका लगा है। पुलिस अब अन्य वांछित अपराधियों की तलाश में जुट गई है।