CAA और NRC पर भड़काऊ स्पीच देने के आरोप में शरजील इमाम को दिल्ली क्राइम ब्रांच ने कोका पुलिस के साथ मिलकर गिरफ्तार किया था. शरजील इमाम JNU के छात्र हैं और अक्सर ऐसे देशविरोधी मूवमेंट में शामिल रहते हैं. यही वजह है की अभी इनपर देशद्रोह का आरोप लगा हुआ है.
भड़काऊ भाषण देने के मामले में आज जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्र शरजील इमाम को दिल्ली की साकेत कोर्ट झटका देते हुए जमानत याचिका खारिज कर दी है. साकेत कोर्ट ने शुक्रवार को सुनवाई के दौरान नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान कथित भड़काऊ और भड़काने वाले भाषणों से जुड़े एक मामले में जेएनयू छात्र शरजील इमाम की जमानत याचिका खारिज कर दी है.
शरजील इमाम ने IIT बॉम्बे से कंप्यूटर की पढाई की है. 2013 में JNU में प्रवेश लिया और यही से उन्होंने पीएचडी और एमफिल की डिग्री हासिल की है. बताया जाता है की उन्होंने एक कम्पनी में सॉफ्टवेर निर्माता के रूप में कार्य भी किया है. शरजील ने आइसा के प्रत्याशी के रूप में काउंसलर पद के लिए चुनाव भी लड़ चुके हैं.शरजील लोगों की नजरों में उस वक्त आये जब उन्होंने CAA और NRC के विरोध में विवादित बयान दिया. इस बयान की वजह से शरजील पर देशद्रोह का आरोप लगाया गया है. यहाँ तक की इनपर 5 राज्यों की पुलिस ने केस दर्ज किया है.