साल 2015 के बाद से अब तक टीम इंडिया ने एक बार भी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी नहीं गंवाई है. पिछले 2 ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान भारतीय टीम कंगारू टीम को उनके ही घर में हराने में भी कामयाब हुई है लेकिन इस बार हालात कुछ और ही नजर आ रहे हैं.
टेस्ट की सबसे बड़ी सीरीजों में से एक बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज है. जो कई मायनों में इस समय भारतीय क्रिकेट टीम के लिए काफी अहम होने वाली है. इस बार की सीरीज में भारतीय खिलाड़ियों के कंधों पर अपने दबदबे को बरकरार रखने की बड़ी जिम्मेदारी है. इस सीरीज से ही वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल का फैसला भी होना है. फिलहाल बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी भारत के नाम है. जो कि भारत ने 2022-23 में अपने घर पर ऑस्ट्रेलिया को 2-1 से हराकर अपने नाम की थी. इस बार टीम इंडिया इस सीरीज के लिए ऑस्ट्रेलिया गई हुई है. इस सीरीज में टीम इंडिया के लिए बहुत कुछ दांव पर लगा है. बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से ही टीम के कुछ खिलाड़ियों का आगे का करियर भी तय होना है.
9 साल से नहीं हारी BGT में टीम इंडिया
साल 2015 के बाद से अब तक टीम इंडिया ने एक बार भी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी नहीं गंवाई है. पिछले 2 ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान भारतीय टीम कंगारू टीम को उनके ही घर में हराने में भी कामयाब हुई है लेकिन इस बार हालात कुछ और ही नजर आ रहे हैं. इस बार की टीम इंडिया युवा खिलाड़ियों से सजी हुई है और हाल ही में न्यूजीलैंड से टेस्ट सीरीज हारकर आ रही है. न्यूजीलैंड ने टीम इंडिया को भारत में आकर 3-0 से हराया था, जिसे भूलना फैंस से लेकर खिलाड़ियों तक किसी के लिए भी आसान नहीं है. ऐसे में टीम इंडिया इस सीरीज में एक बार फिर टेस्ट में अपनी बादशाहत कायम करने को उतरेगी और हर हाल में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी घर लेकर जाना चाहेगी. देखा जाए तो इस सीरीज में होने वाली हार जहां टीम की कई पायदान नीचे सरका देगी, तो वहीं सीरीज में होने वाली जीत टीम के साथ- साथ खिलाड़ियों के भी सोए नसीब जगा देगी.
WTC के लिए ‘कंगारुओं’ को रौंदेगी टीम इंडिया
टीम इंडिया लगातार तीसरी बार वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में अपनी जगह बना सकेगी या नहीं, इसका फैसला भी इन 5 टेस्ट मैचों के नतीजों पर ही निर्भर है. पांच मैचों की इस टेस्ट सीरीज में भारत की 4-0 या 5-0 की जीत वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में जगह पक्की कर देगी लेकिन अगर भारतीय टीम एक भी मैच हार जाती है तो फिर उसे दूसरी टीमों पर निर्भर रहना पड़ेगा. अगर भारत 4-1 से जीत जाता है, तो इंग्लैंड को न्यूजीलैंड के खिलाफ कम से कम एक टेस्ट मैच ड्रा खेलना होगा या फिर श्रीलंका/पाकिस्तान को साउथ अफ्रीका के खिलाफ एक मैच ड्रा करवाना होगा. अगर भारत 3-2 से जीतता है, तो इंग्लैंड को न्यूजीलैंड के खिलाफ एक टेस्ट में जीतना होगा, इसके अलावा श्रीलंका कम से कम एक टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया को हराए और साउथ अफ्रीका को पाकिस्तान और श्रीलंका के खिलाफ अपने 4 मैचों में से दो हार जाए. तभी टीम इंडिया फाइनल में पहुंच पाएगी. इसके अलावा सीरीज 2-2 से बराबर हो जाती है तो न्यूजीलैंड को इंग्लैंड के खिलाफ एक टेस्ट हारना होगा और श्रीलंका को साउथ अफ्रीका के खिलाफ एक टेस्ट हारना होगा. इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया को भी श्रीलंका के खिलाफ अपने दोनों मुकाबले हारने होंगे. इसके अलावा भारत 2-1 से जीत जाता है तो उसके लिए फाइनल के रास्ते काफी मुश्किल हो जाएंगे.
दांव पर कोहली, रोहित, अश्विन से लेकर जडेजा का करियर
विराट कोहली, रोहित शर्मा, आर अश्विन और रवींद्र जडेजा के टेस्ट करियर के लिए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी काफी अहम है. माना जा है कि इस सीरीज में टीम का खराब प्रदर्शन इन खिलाड़ियों की टेंशन को दोगुना कर सकता है. इनमें से कुछ खिलाड़ियों की टेस्ट फॉर्मेट से छुट्टी भी हो सकती है. रिपोर्ट की मानें तो बीसीसीआई चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर इस सीरीज तक ऑस्ट्रेलिया में ही रुकेंगे. इसके लिए अजीत अगरकर से कहा गया है कि वो ऑस्ट्रेलिया में रुकें और हेड कोच गौतम गंभीर के साथ मिलकर भविष्य की तैयारियां करें. इन खिलाड़ियों के अलावा हेड कोच गौतम गंभीर के लिए भी ये काफी बड़ी सीरीज होने वाली है. उन्हें हाल ही में काफी आलोचना का सामना करना पड़ा था, जिसके बाद खबरें आईं थीं कि गंभीर टेस्ट टीम के कोच बने रहेंगे या नहीं, इसका फैसला भी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से ही होगा.
खिलाड़ियों के करियर के साथ दांव पर भारत की साख
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम कामयाबी की बुलंदियों पर पहुंचाती है या फिर अर्श से फर्श पर लाकर पटक देते है ये तो आने वाला वक्त ही बतायेगा. मगर इस सीरीज के साथ खिलाड़ियों के करियर के साथ ही भारत की साख भी कई मायनों पर दांव पर है. ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि एक बार फिर भारतीय खिलाड़ी दुनिया को अपनी बेहतरीन कला का जौहर पेश करके अपना कायल बना पाते हैं या नहीं. BGT में दांव पर लगा दिग्गजों का करियर, जनवरी तक चलेगी ‘कंगारुओं’ के घर में ट्रॉफी- Header
Desc. साल 2015 के बाद से अब तक टीम इंडिया ने एक बार भी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी नहीं गंवाई है. पिछले 2 ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान भारतीय टीम कंगारू टीम को उनके ही घर में हराने में भी कामयाब हुई है लेकिन इस बार हालात कुछ और ही नजर आ रहे हैं.
टेस्ट की सबसे बड़ी सीरीजों में से एक बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज है. जो कई मायनों में इस समय भारतीय क्रिकेट टीम के लिए काफी अहम होने वाली है. इस बार की सीरीज में भारतीय खिलाड़ियों के कंधों पर अपने दबदबे को बरकरार रखने की बड़ी जिम्मेदारी है. इस सीरीज से ही वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल का फैसला भी होना है. फिलहाल बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी भारत के नाम है. जो कि भारत ने 2022-23 में अपने घर पर ऑस्ट्रेलिया को 2-1 से हराकर अपने नाम की थी. इस बार टीम इंडिया इस सीरीज के लिए ऑस्ट्रेलिया गई हुई है. इस सीरीज में टीम इंडिया के लिए बहुत कुछ दांव पर लगा है. बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से ही टीम के कुछ खिलाड़ियों का आगे का करियर भी तय होना है.
9 साल से नहीं हारी BGT में टीम इंडिया
साल 2015 के बाद से अब तक टीम इंडिया ने एक बार भी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी नहीं गंवाई है. पिछले 2 ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान भारतीय टीम कंगारू टीम को उनके ही घर में हराने में भी कामयाब हुई है लेकिन इस बार हालात कुछ और ही नजर आ रहे हैं. इस बार की टीम इंडिया युवा खिलाड़ियों से सजी हुई है और हाल ही में न्यूजीलैंड से टेस्ट सीरीज हारकर आ रही है. न्यूजीलैंड ने टीम इंडिया को भारत में आकर 3-0 से हराया था, जिसे भूलना फैंस से लेकर खिलाड़ियों तक किसी के लिए भी आसान नहीं है. ऐसे में टीम इंडिया इस सीरीज में एक बार फिर टेस्ट में अपनी बादशाहत कायम करने को उतरेगी और हर हाल में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी घर लेकर जाना चाहेगी. देखा जाए तो इस सीरीज में होने वाली हार जहां टीम की कई पायदान नीचे सरका देगी, तो वहीं सीरीज में होने वाली जीत टीम के साथ- साथ खिलाड़ियों के भी सोए नसीब जगा देगी.
WTC के लिए ‘कंगारुओं’ को रौंदेगी टीम इंडिया
टीम इंडिया लगातार तीसरी बार वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में अपनी जगह बना सकेगी या नहीं, इसका फैसला भी इन 5 टेस्ट मैचों के नतीजों पर ही निर्भर है. पांच मैचों की इस टेस्ट सीरीज में भारत की 4-0 या 5-0 की जीत वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में जगह पक्की कर देगी लेकिन अगर भारतीय टीम एक भी मैच हार जाती है तो फिर उसे दूसरी टीमों पर निर्भर रहना पड़ेगा. अगर भारत 4-1 से जीत जाता है, तो इंग्लैंड को न्यूजीलैंड के खिलाफ कम से कम एक टेस्ट मैच ड्रा खेलना होगा या फिर श्रीलंका/पाकिस्तान को साउथ अफ्रीका के खिलाफ एक मैच ड्रा करवाना होगा. अगर भारत 3-2 से जीतता है, तो इंग्लैंड को न्यूजीलैंड के खिलाफ एक टेस्ट में जीतना होगा, इसके अलावा श्रीलंका कम से कम एक टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया को हराए और साउथ अफ्रीका को पाकिस्तान और श्रीलंका के खिलाफ अपने 4 मैचों में से दो हार जाए. तभी टीम इंडिया फाइनल में पहुंच पाएगी. इसके अलावा सीरीज 2-2 से बराबर हो जाती है तो न्यूजीलैंड को इंग्लैंड के खिलाफ एक टेस्ट हारना होगा और श्रीलंका को साउथ अफ्रीका के खिलाफ एक टेस्ट हारना होगा. इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया को भी श्रीलंका के खिलाफ अपने दोनों मुकाबले हारने होंगे. इसके अलावा भारत 2-1 से जीत जाता है तो उसके लिए फाइनल के रास्ते काफी मुश्किल हो जाएंगे.
दांव पर कोहली, रोहित, अश्विन से लेकर जडेजा का करियर
विराट कोहली, रोहित शर्मा, आर अश्विन और रवींद्र जडेजा के टेस्ट करियर के लिए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी काफी अहम है. माना जा है कि इस सीरीज में टीम का खराब प्रदर्शन इन खिलाड़ियों की टेंशन को दोगुना कर सकता है. इनमें से कुछ खिलाड़ियों की टेस्ट फॉर्मेट से छुट्टी भी हो सकती है. रिपोर्ट की मानें तो बीसीसीआई चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर इस सीरीज तक ऑस्ट्रेलिया में ही रुकेंगे. इसके लिए अजीत अगरकर से कहा गया है कि वो ऑस्ट्रेलिया में रुकें और हेड कोच गौतम गंभीर के साथ मिलकर भविष्य की तैयारियां करें. इन खिलाड़ियों के अलावा हेड कोच गौतम गंभीर के लिए भी ये काफी बड़ी सीरीज होने वाली है. उन्हें हाल ही में काफी आलोचना का सामना करना पड़ा था, जिसके बाद खबरें आईं थीं कि गंभीर टेस्ट टीम के कोच बने रहेंगे या नहीं, इसका फैसला भी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से ही होगा.
खिलाड़ियों के करियर के साथ दांव पर भारत की साख
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम कामयाबी की बुलंदियों पर पहुंचाती है या फिर अर्श से फर्श पर लाकर पटक देते है ये तो आने वाला वक्त ही बतायेगा. मगर इस सीरीज के साथ खिलाड़ियों के करियर के साथ ही भारत की साख भी कई मायनों पर दांव पर है. ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि एक बार फिर भारतीय खिलाड़ी दुनिया को अपनी बेहतरीन कला का जौहर पेश करके अपना कायल बना पाते हैं या नहीं.