महाकुंभ खत्म हो चुका है प्रयागराज संगम पर सन्नाटा सा छा गया है, लेकिन महाकुंभ से वायरल हुए IITian Baba इन दिनों इंटरनेट पर छाए हुए है, इसी बीच प्रेमानंद महाराज का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है जिसमे उन्होने असली और नकली संत होने का मतलब बताया है।
बता दें हाल ही में आईआईटियन बाबा (IITian Baba) उर्फ अभय सिंह ने एक न्यूज चैनल के डिबेट शो के चलते हंगामा खड़ा कर दिया था. इतना ही नहीं, IIT बाबा अभय सिंह को जयपुर पुलिस ने अपनी हिरासत में ले लिया था. हालांकि कुछ ही देर में उन्हें जमानत पर छोड़ दिया था. वहीं अब सोशल मीडिया पर मथुरा-वृंदावन के मशहूर संत प्रेमानंद महाराज का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने नकली बाबाओं और संत की सच्चाई उजागर की है।
प्रेमानंद जी महाराज ने सीधे तौर पर आईआईटी बाबा को कुछ भी नहीं कहा है। लेकिन उन्होंने एक संत और महात्मा बनने वाले साधु के बारे में बताया है कि कैसे एक इंसान, सब कुछ त्यागने के बाद ही संत बन पाता है। इस 5 मिनट लंबे वीडियो में प्रेमानंद जी ने संत किसे माने? सवाल का जवाब दिया है।
प्रेमानंद महाराज के वीडियो मे कहते है कि आजकल जो बाबाओं की वेशभूषा में घूम रहे हैं वो वाकई में बाबा ही हैं या फिर पाखंडी. जब महाराज से सवाल किया गया कि क्या साधु बगैर गुरु के बन सकते हैं तो इस पर बाबा ने साफ मना करते हुए कहा कि कोई भी व्यक्ति दाढ़ी बढ़ाकर और और कोई भी वेशभूषा धारण करके खुद को बाबा बना लेता है. ऐसा लोग केवल इसलिए करते हैं क्योंकि उन्हें माल छानने को मिलेगा यानी नशा करने को मिलता है. लोगो के दिमाग मे बात बैठ गई है कि ये सब धंधा है जो शख्स पैसा, माल दौलत और कामोत्तेजना पर विजय पा जाएगा असल में वहीं असली साधु होगा. इसके बाद प्रेमानंद महाराज ने कहा कि हमारे यहां प्रसाद नही बटता कभी, क्योकि है नही तो बटे क्या, ऐसे में अब यूजर्स बाबा के इस बयान को आईआईटियन बाबा से जोड़ रहे हैं