'महाराष्ट्र की सियासत' में बीजेपी ने शिवसेना को शिकस्त देकर सरकार बना ली है. देवेंद्र फडणवीस को बतौर मुख्यमंत्री दोबारा राज्य की कमान सौंप दी गई है. राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने फडणवीस को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई, तो वहीं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) नेता अजित पवार ने राज्य के उप-मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली.
यह घटनाक्रम उस वक्त हुआ है जब एक दिन पहले ही शिव सेना, एनसीपी और कांग्रेस के नेताओं के बीच उद्धव ठाकरे को सीएम बनाने को लेकर सहमति बनी थी. शरद पवार ने शुक्रवार को ख़ुद इस बात की जानकारी दी थी.
आज ये तीनों पार्टियां मिलकर बाक़ी मुद्दों पर चर्चा करने वाली थीं मगर सुबह-सुबह देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार ने मुंबई में राजभवन में शपथ ग्रहण कर ली.
महाराष्ट्र की 288 सीटों वाली विधानसभा में पिछले महीने बीजेपी ने 105 सीटें जीती थीं. एनसीपी को 54 सीटों पर जीत मिली थी.
शिव सेना के हिस्से में 56 सीटें आई थीं. कांग्रेस ने 44 सीटें हासिल की थीं. बीजेपी ने शिवसेना के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था और एनसीपी ने कांग्रेस के साथ.
बीजेपी और शिव सेना का गठबंधन आराम से सरकार बना सकता था मगर दोनों पार्टियों के बीच मुख्यमंत्री पद और 'सत्ता में साझेदारी' को लेकर मतभेद पैदा हो गए थे.
इसके बाद शिव सेना ने एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाने की कोशिशें शुरू की थीं. पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के बीच कई दिनों तक चली चर्चा के बाद आज सरकार बनाने पर कोई फ़ैसला आने की संभावना जताई जा रही थी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शपथ ग्रहण के थोड़ी देर बाद ही ट्वीट करते हुए देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार को बधाई दी और विश्वास जताया कि दोनों नेता मिलकर महाराष्ट्र के भविष्य के लिए मिल-जुलकर काम करेंगे.
गृहमंत्री अमित शाह ने भी ट्वीट किया है और लिखा है, "फडनवीस जी को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और अजित पवार जी को प्रदेश के उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने पर हार्दिक बधाई. मुझे विश्वास है कि यह सरकार महाराष्ट्र के विकास और कल्याण के प्रति निरंतर कटिबद्ध रहेगी और प्रदेश में प्रगति के नये मापदंड स्थापित करेगी.
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राजभवन में पद और गोपनीयता की शपथ लेने के बाद कहा कि 'हमारे साथ चुनाव लड़ने वाली शिव सेना ने जनादेश का निरादर करते हुए और दलों के साथ सरकार बनाने की कोशिश की जिससे राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाना पड़ा. लेकिन महाराष्ट्र में खिचड़ी सरकार नहीं बल्कि स्थायी सरकार चाहिए थी, इसलिए एनसीपी हमारे साथ आई है.'
उन्होंने कहा, "हमने मिलकर राज्यपाल महोदय के सामने सरकार बनाने का दावा पेश किया और उन्होंने राष्ट्रपति से अनुशंसा की कि राज्य से राष्ट्रपति शासन हटाया जाए. अब मैंने अभी मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है और एनसीपी से अजित पवार ने उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है."
शपथ लेने के बाद अजित पवार ने कहा कि महाराष्ट्र में चुनाव के नतीजे आए काफ़ी दिन हो गए थे और सरकार न बनने के कारण लोगों को समस्या हो रही थी.
उन्होंने कहा, "राज्य में कई समस्याएं हैं, ख़ासकर किसानों की. अगर मिलकर स्थिर सरकार बनती है तो यह महाराष्ट्र के लिए अच्छा है."