प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत और बांग्लादेश के बीच फेनी नदी पर बने मैत्री सेतु का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मंगलवार को उद्घाटन किया। इतना ही नहीं इस दौरान पीएम मोदी ने त्रिपुरा में कई बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया। मैत्री सेतु पुल फेनी नदी पर बनाया गया है। ये नदी त्रिपुरा और बांग्लादेश में भारतीय सीमा के बीच बहती है। मैत्री सेतु भारत और बांग्लादेश के बीच बढ़ते द्विपक्षीय संबंधों और मैत्रीपूर्ण संबंधों का प्रतीक है।
वर्चुअल माध्यम से जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘आज त्रिपुरा पुरानी सरकार के 30 साल और डबल इंजन की 3 साल की सरकार में आए बदलाव को महसूस कर रहा है। जहां कमीशन और करप्शन के बिना काम होना मुश्किल था, वहीं आज सरकारी लाभ लोगों के बैंक खातों में डायरेक्ट पहुंच रहा है’।
पीएम मोदी ने कहा, जिस त्रिपुरा को हड़ताल कल्चर ने बरसों पीछे कर दिया था, आज वो Ease Of Doing Business के लिए काम कर रहा है। जहां कभी उद्योगों में ताले लगने की नौबत आ गई थी, वहां अब नए उद्योगों, नए निवेश के लिए जगह बन रही है’प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘बीते 6 साल में त्रिपुरा को केंद्र सरकार से मिलने वाली राशि में बड़ी वृद्धि की गई है। साल 2009 से 2014 के बीच केंद्र सरकार से त्रिपुरा को केंद्रीय विकास परियोजनाओं के लिए 3500 करोड़ रुपए की मदद मिली थी। जबकि साल 2014 से 19 के बीच त्रिपुरा को 12 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की मदद दी गई है’।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘जो कर्मचारी समय पर सैलरी पाने के लिए भी परेशान हुआ करते थे, उनको 7वें पे कमीशन के तहत सैलरी मिल रही है। जहां किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए अनेक मुश्किलें उठानी पड़तीं थीं, वहीं पहली बार त्रिपुरा (Tripura) में किसानों से MSP पर खरीद सुनिश्चित हुई’।उन्होंने कहा, ‘डबल इंजन की सरकार के ये काम त्रिपुरा की बहनों-बेटियों को सशक्त करने में मदद कर रहे हैं। त्रिपुरा में पीएम किसान सम्मान निधि और आयुष्मान भारत योजना का भी लाभ किसानों और गरीब परिवारों को मिल रहा है’।पीएम ने कहा, ‘जबकि देश ये भी देख रहा है कि जहां डबल इंजन की सरकार नहीं है, वहां गरीबों, किसानों और बेटियों को सशक्त करने वाली ये योजनाएं या तो लागू ही नहीं की गईं या फिर बहुत ही धीमी गति से चल रही हैं’।
उन्होंने कहा, ‘त्रिपुरा की कनेक्टिविटी के इंफ्रास्ट्रक्चर में बीते 3 साल में तेजी से सुधार हुआ है। एयरपोर्ट का काम हो या फिर समंदर के रास्ते त्रिपुरा को इंटरनेट से जोड़ने का काम हो, रेल लिंक हो, इनमें तेजी से काम हो रहा है’।वहीं, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री ने भारत और बांग्लादेश के बीच फेनी नदी पर बने ‘मैत्री सेतु’ के उद्घाटन को लेकर कहा, ‘निस्संदेह यह ऐतिहासिक क्षण है’।