कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता की गोरखपुर पुलिस की कथित पिटाई से मौत हो गई थी। इस मामले में निर्भया केस की वकील सीमा समृद्धि कुशवाहा ने मनीष का केस लड़ने का ऐलान किया था। गुरुवार देरशाम अधिवक्ता सीमा कुशवाहा मनीष के घर पहुंचीं। यहां उन्होंने मनीष की पत्नी मीनाक्षी से केस से जुड़े अहम बिंदुओं पर चर्चा की और बारीकियों को समझा। इसके साथ ही सीमा कुशवाहा ने पुलिस की कार्रवाई पर कई उठाए।
निर्भया को न्याय दिलाने वाली अधिवक्ता सीमा समृद्धि कुशवाहा मनीष गुप्ता का केस लड़ेंगी। सीमा कुशवाहा ने मनीष की पत्नी मिनाक्षी और उनके परिजनों से मुलाकात की। सीमा कुशवाहा ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं।
कानपुर के बर्रा थाना क्षेत्र के बर्रा तीन में रहने वाले मनीष गुप्ता बीते 27 सितंबर को दोस्तों के साथ गोरखपुर गए थे। बीते 27 सितंबर की रात गोरखपुर की रामगढ़ताल पुलिस होटल में चेकिंग करने के लिए पहुंची थी। पुलिस कर्मियों ने चेकिंग के नाम पर मनीष और उसके दोस्तों की बेरहमी से पिटाई की थी। इसमें कानपुर के मनीष गुप्ता की मौत हो गई थी। इस मामले ने पूरी तरह से राजनीतिक रंग ले लिया था। कांग्रेस और सपा ने प्रदेश सरकार को घेरने का काम किया था।
पुलिस पर उठाए सवाल
अधिवक्ता सीमा कुशवाहा ने कहा कि पुलिस ने सिर्फ हत्या की धाराओं में केस दर्ज किया है। जबकि कई लोग होटल के कमरे के घुसे थे। पुलिस ने धारा 34 क्यों नहीं लगाई। होटल कर्मियों ने कमरे से सबूत मिटाने का काम किया था। होटल कर्मचारियों और मालिक के खिलाफ धारा 120 बी क्यों नहीं लगाई गई। हत्यारोपी इंस्पेक्टर जेएन सिंह डीबीआर लेकर भाग गया था, यह भी षड्यंत्र की श्रेणी में आता है। आगे चलकर पुलिस गैर इरादतन हत्या की धारा में एफआईआर दर्ज कर सकती है।
जल्द हो सीबीआई जांच
सीमा कुशवाहा ने मीनाक्षी और उनके परिवार को भरोसा कि परिवार को न्याय दिलाने के लिए पूरा प्रयास किया जाएगा। दोषी पुलिस कर्मियों को छोड़ा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा इस मामले की जल्द से जल्द सीबीआई जांच शुरू की जाए। सीबीआई जांच में ही सही परिणाम सामने आएगा।