योगी आदित्यनाथ ने रविवार सुबह गोरखनाथ मंदिर में रुद्राभिषेक कर भगवान भोलेनाथ से प्रदेशवासियों के सुख-समृद्धि और चराचर जगत के कल्याण की प्रार्थना की। सीएम योगी ने रविवार सुबह हावर्ट बांध पर बन रहे फोरलेन सड़क के निर्माण कार्यों का बहरामपुर रेगुलेटर नम्बर एक के समीप स्थलीय निरीक्षण किया. निरीक्षण के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस फोरलेन से बाढ़ बचाव के साथ ही यातायात की बड़ी समस्या का समाधान होगा।
सीएम योगी के साथ इस अवसर पर महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग अजय चौहान, विधायक विपिन सिंह, जंगल कौड़िया के ब्लॉक प्रमुख बृजेश यादव, उत्तर प्रदेश मत्स्य निगम के अध्यक्ष रमाकांत निषाद, भाजपा के महानगर अध्यक्ष देवेश श्रीवास्तव, निवर्तमान अध्यक्ष राजेश गुप्ता आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस फोरलेन से बाढ़ बचाव के साथ ही यातायात की बड़ी समस्या का समाधान होगा। स्थलीय निरीक्षण के दौरान योगी ने फोरलेन की ड्राइंग मैप का अवलोकन कर प्रोजेक्ट की प्रगति की जानकारी ली. उन्होंने कार्यदायी संस्था लोक निर्माण विभाग (निर्माण खंड-2) के अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए. सीएम ने गोरखपुर की समृद्धि यात्रा को और गति प्रदान करते हुए ₹700 करोड़ से अधिक के विकास कार्य जनता-जनार्दन के लिए स्वीकृत किए गए हैं।
सीएम योगी ने कहा कि गोरखपुर चारों तरफ से जल से घिरा हुआ क्षेत्र है. इसके पूरब में रामगढ़ताल, उत्तर की तरफ चिलुआताल, पश्चिम की तरफ राप्ती नदी और पश्चिमोत्तर में रोहिन नदी गोरखपुर महानगर को घेरे हुए है. रोहिन नदी से बचाव के लिए माधोपुर तटबंध बना हुआ है. राप्ती और रोहिन नदी का संगम डोमिनगढ़ में होता है और इसके बाद राप्ती नदी गोरखपुर के पश्चिम की ओर से बहती है। राप्ती नदी की बाढ़ से बचाव के लिए हावर्ट बांध बना हुआ है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में यदि कहीं बाढ़ आ जाती है तो गोरखपुर महानगर ही महत्वपूर्ण केंद्र होता है जहां से बचाव के कार्य सुगमता से संपन्न होते हैं। बाढ़ से शहर के बचाव के लिए दशकों से मांग हो रही थी। उन्होंने याद दिलाया कि वर्ष 2017-18 में इसी क्षेत्र में जब हावर्ट बांध पर जब राप्ती नदी का लेवल उठ रहा था तब बाढ़ से बचाव के लिए अत्यंत संवेदनशील स्थिति बन गई थी। हावर्ट बांध पर जब राप्ती नदी का लेवल उठ रहा था तब बाढ़ से बचाव के लिए अत्यंत संवेदनशील स्थिति बन गई थी। काफी कड़ी मशक्कत के बाद तटबंध को बचाया जा सकता था। इसे देखते हुए और यातायात की समस्या से भी छुटकारा पाने के लिए एक नई व्यवस्था बनाई गई है। इसमें राजघाट से लेकर डोमिनगढ़ तक फोरलेन की सड़क बन रही है। डोमिनगढ़ में एक रेलवे ओवरब्रिज (ROB) का निर्माण हो रहा है।
सीएम योगी ने कहा कि इससे सिटी के बाहर-बाहर फोरलेन की बेहतरीन कनेक्टिविटी मिल जाएगी. राजघाट, टीपीनगर से होते हुए नेपाल जाने वाले रास्ते पर जाने के लिए यात्रियों को शहर के अंदर जाने की जरूरत नहीं रहेगी. इस फोरलेन से सीधे महेसरा और फिर वहां से सोनौली मार्ग पर जाना और आसान होगा. यही स्थिति मालभाड़ा पर भी लागू होगी. उन्होंने कहा कि यहां पास में ही स्थित साहबगंज मुख्य मंडी है। यहां पर कपडों का बड़ा व्यापार होता है। इसके चलते ट्रक रातभर खड़े रहते हैं। लोगों को जाम जैसी परेशानी का सामना करना पड़ता है। अब फोरलेन बन जाने के बाद सुबह हो या शाम लोग आसार से घर आ-जा सकेंगे
मुख्यमंत्री ने बताया कि राजघाट पुल से डोमिनगढ़ तक 4 किलोमीटर से अधिक की फोरलेन सड़क बनेगी, इस पर 195 करोड रुपये का खर्च आएगा. ऐसे ही डोमिनगढ़ से माधोपुर तटबंध होते हुए महेसरा तक करीब 10 किलो-मीटर से अधिक मार्ग को फोरलेन किया जाएगा जिस पर लगभग 380 करोड रुपये खर्च होंगे. साथ ही डोमिनगढ़ में एक रेलवे ओवरब्रिज का भी निर्माण होगा जिस पर 132 करोड रुपये खर्च होंगे। यानी कुल 700 करोड रुपये के ऊपर का यह कार्य जनता के लिए स्वीकृत किया गया है.