निवेश परियोजनाओं के जरिए उत्तर प्रदेश के 131989 लोगों को रोजगार मिलेगा। करीब 51 छोटी -बड़ी औद्योगिक परियोजनाएं हैं। यह प्रदेश के सभी हिस्सों में लग रही हैं। यह परियोजनाएं करीब एक साल में पूरी हो जाएंगी। खास बात यह कि 30 निवेश परियोजनाएं तो चालू हो गईं हैं। इनके जरिए 80730 लोगों को रोजगार मिलने लगा है। यह सब पहली ग्राउंड ब्रेकिंग सेरमनी (निवेश परियोजनाओं का शिलान्यास) का असर है। अब सबकी निगाह उन 51 परियोजनाओं पर है। रोजगार व निवेश का यह लाभ पश्चिमी यूपी व मध्य यूपी को तो मिल ही रहा है। पूर्वांचल व बुंदेलखंड भी अछूते नहीं हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ संग पिछले साल 60 हजार करोड़ रुपये की 81 निवेश परियोजनाओं का लखनऊ में शिलान्यास किया था। हाल ही में पहली गांउड ब्रेकिंग सेरमनी (जीबीसी प्रथम)के संबंध में मुख्यमंत्री को उद्योग लगने के संबंध में पूरी रिपोर्ट भेजी गई है। इसमें बताया गया कि 30 परियोजनाओं का निर्माण कार्य पूरा हो गया है जबकि 37190 करोड़ रुपये की 51 परियोजनाएं लागू होने की प्रक्रिया में हैं।
मुख्यमंत्री ने पहली ग्राउंड ब्रेकिंग सेरमनी की प्रगति रिपोर्ट देखने के बाद औद्योगिक विकास विभाग से अब पूछा है कि कितने उद्योगों में उत्पादन शुरू हो गया है। इस संबंध में मुख्यंत्री कार्यालय से एक पत्र औद्योगिक विकास विभाग भेजा गया है। इसमें कहा गया है कि मुख्यमंत्री ने अपेक्षा की है कि उक्त प्रगति की सूचना का परीक्षण कर लिया जाए तथा यह अगवत कराया जाए कि जिन परियोजनाओं को पूरा दिखाया गया है कि उसमें उत्पादन का काम शुरू हुआ है या नहीं तथा जिन परियोजनाओं द्वारा सेवा प्रदान की जानी है, उनमें सेवा दिया जाना शुरू हो गया है या नहीं।
पहली जीबीसी के प्रमुख निवेशक व रोजगार