प्रयागराज महाकुंभ संगम तट पर लाखों की संख्या में रोज साधुओं का और श्रद्धालुओं का स्नान हो रहा है आपको बता दे की महाकुंभ में बड़े-बड़े चमत्कारी बाबा चमत्कार का भी दवा कर रहे हैं, जिसकी कल्पना भी नही की जा सकती है।
महाकुंभ का आज 9वां दिन है। रिपोर्ट के मुताबिक महाकुंभ मे अब तक करीब 9 करोड़ से भी ज्यादा श्रद्धालुओं ने स्नान कर लिया है। इसी बीच भक्तों को एक ऐसा अद्भुत चमत्कार देखने को मिला जिसे देख सभी हैरान रह गए। दरअसल महाकुंभ मे जूना अखाड़ा के नागा संन्यासी बृहस्पति गिरी महाराज एक पत्थर रखे हुए हैं, जिसकी खासियत है कि वह पानी में तैरता है। श्रद्धालु इस पत्थर के दर्शन कर रहे हैं.
इस युग मे ऐसे चमत्कारी पत्थर को देख सभी श्रद्धालु हैरान रह गए है वीडियो मे साफ देखा जा रहा है कि एक पंडाल के नीचे बैठे बाबा अपने पास एक बड़ा टोकरा रखे हुए जिसमे पानी भरा हुआ है उसी के बीचो-बीच तैरता हुआ चमत्कारी पत्थर देखने को मिल रहे है। इस चमत्कार को देखने के लिए है भारी भीड़ जुट रही है। लोग दर्शन के बाद ‘जय श्री राम’ के नाम के नारे लगा रहै है
इस चमत्कारी पत्थर की अधिक जानकारी देते हुए महाराज प्रश्नतगिरी ने बताया कि यह पत्थर राम सेतु है, जो रामेश्वरम से लाया गया है. यह राम का स्वरूप है. महाराज आगे बताते है कि यह वही पत्थर है, जिसका इस्तेमाल त्रेतायुग में नल और नील ने समुद्र में रामेश्वरम सेतु बनाने के लिए किया था। इस पत्थर पर ‘श्रीराम’ लिखा है। जिसे कुंभ में लोग इस पत्थर के दर्शन करने के लिए दूर-दूर से आ रहे हैं.
त्रेतायुग मे जब रावण ने जब वन में रह रही भगवान प्रभु श्री राम की पत्नी माता सीता का अपरहण कर लिया था उन्हे अपने राज्य लंका में अशोक वाटिका के अंदर बंदी बनाकर रखा था। उस वक्त भगवान श्री राम ने सीता को छुड़ाने और अपने पास वापस लाने के लिए समुद्र को पार किया था। तभी उस वक्त समुद्र को पार करने के लिए कोई चारा नही था तब समुद्र के उपर बांध बनाया गया था। बांध बनाने के लिए पत्थरों के उपर ‘राम’ लिखा गया था और इसी के सहारे समुद्र को पार कर लंका पर विजय पाई थी और रावण के चंगुल सीता को छुड़ाने का काम किया गया था।