उत्तर प्रदेश के बरेली के मौलाना शहाबुद्दीन रजवी टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी से नाराजगी जताई। उनका कहना है कि शमी ने रमजान में रोजा नहीं रखा, जो गुनाह है। वह मुजरिम हैं। इनको हरगिज ऐसा नहीं करना चाहिए था।
भारत ICC चैंपियंस ट्रॉफी उठाने मे महज एक कदम दूर है, मंगलवार को पहला सेमीफाइनल का महामुकाबला भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया, इस मैच मे भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 4 विकेट से हरा दिया, मंगलवार को टीम इंडिया ने 265 रन का टारगेट 48.1 ओवर में 6 विकेट खोकर हासिल कर लिया। इस जीत के बाद भारत ने फाइनल मे एंट्री की, लेकिन मैच के बाद क्रिकेटर मोहम्मद शमी पर कई सवाल उठाए जा रहे है,

दरअसल मैच के दौरान मोहम्मद शमी को एनर्जी ड्रिंग देखा गया, उस पर विवाद छिड़ गया, बरेली के मौलाना शहाबुद्दीन रजवी टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी से नाराजगी जताई। उनका कहना है कि शमी ने रमजान में रोजा नहीं रखा, जो गुनाह है। वह मुजरिम हैं। इनको हरगिज ऐसा नहीं करना चाहिए था।
वीडियों मे मौलाना बोलते है कि इस्लाम मे रोजे को फर्ज करार दिया है सभी पर रोजा रखना फर्ज है और अगर कोई भी व्यक्ति जानबूझकर रोजा नही रख है तो वह गुनहगार है ऐसे मे मोहम्मद शमी ने रोजा न रखकर बहुत बड़ा गुनाह किया, वह मुजरिम है इनको हरगिस ऐसा नही करना चाहिए, शमी को सोचना चाहिए।
मौलाना की दादागिरी नहीं चलेगी… राकेश त्रिपाठी
मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी के बयान पर बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा…आस्था किसी भी व्यक्ति का निजी मसला होता है, आप किसी दूसरे की आस्था को ठेस मत पहुंचाइये बाकी प्रार्थना,पूजा पद्धति, इबादत, व्रत-अनुष्ठान या नमाज़ रोज़े का पालन करना है अथवा नहीं यह आप खुद की मर्जी पर तय कर सकते हैं कोई मुल्ला मौलवी मुफ्ती उलेमा साधु संत या पंडित जी तय नहीं करेंगे नवरात्रि/जन्माष्टमी का व्रत रखने के लिए किसी को मजबूर नहीं किया जाता, गुनहगार नहीं माना जाता तो किसी को रोज़े ना रखने पर गुनहगार कैसे बनाया जा सकता है