खुशियों के बीच परसा मातम, 7 दिन पहले 16 अप्रैल को लेफ्टिनेंट विनय नरवाल और हिमांशी नरवाल शादी हुई थी शादी के बाद कपल जम्मू-कश्मीर हनीमून के लिए गए थे, उन बेगुनाहों को क्या पता थी की उनकी मृत्यू यही लिखी है इससे पहले उन्हे आतंकियों के हमले की चेतावनी होती वे फंस चुके थे, पत्नी के हाथों की मेहंदी अभी तक छूटी भी नही थी कि उसने अपने पति को अपनी आखो के सामने खो दिया।
आतंकियों ने पति से पहले नाम पूछा और धर्म पूछा और फिर खोपड़ी उड़ा दी, पत्नी चीखती रहे चिल्लाती रही लेकिन पती की जान नही बच सकी, वही उत्तर प्रदेश के कानपुर मे रहने वाले कारोबारी शुभम की शादी 70 दिन पहले हुई थी, कश्मीर के पहलगाम मे अपनी पत्नी एशन्या के साथ कुछ सुकून के पल बिताने कश्मीर गए हुए थे, लेकिन अचानक आतंकी हमले मे उनकी भी जान चली गई , बता दें पत्नी ने अपनी आखों के सामने अपने पति को मरते देखे, वही एक हमले में अपने पति को खो चुकी पल्लवी ने आज जो बताया, वो सुनकर हर कोई स्तब्ध है।
आतंकी हमले में हरियाणा के करनाल के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल (26) की मौत हुई है। उनकी 7 दिन पहले ही हिमांशी नरवाल के साथ शादी हुई थी। 2 दिन पहले विनय और हिमांशी हनीमून के लिए जम्मू-कश्मीर पहुंचे थे। मंगलवार को जब वे बैसरन घाटी में घूम रहे थे, उसी दौरान आतंकियों ने विनय पर फायरिंग कर दी। जिसमें उनकी मौके पर ही मौत हो गई। उनकी पत्नी हिमांशी नरवाल सुरक्षित हैं। घटना का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें हिमांशी कह रही हैं, “मैं अपने पति के साथ भेलपुरी खा रही थी। एक आदमी उनकी ओर आया और कहा ये मुस्लिम नहीं है, फिर गोली मार दी।
कानपुर के रहने वाले शुभम को पत्नी एशान्या के सामने गोली मार दी। एशान्या चीख-चीखकर रोते हुए आतंकियों से बोलती हैं- मुझे भी गोली मार दो। इस पर आतंकी कहते हैं- हम आपको गोली नहीं मारेंगे, आप सरकार को जाकर बताओ। यह बात एशान्या ने खुद परिवार के लोगों को बताई। शुभम और उनकी पत्नी के साथ उनके परिवार के 11 लोग जम्मू-कश्मीर घूमने गए थे।
आतंकी हमले में बिहार के रहने वाले मनीष रंजन नाम के व्यक्ति की भी मौत हुई है। रंजन पिछले दो सालों से IB के हैदराबाद ऑफिस में सेक्शन ऑफिसर के पद पर पोस्टेड थे। मनीष को उनकी पत्नी और 2 बच्चों के सामने गोली मार दी गई। रंजन की पत्नी आशा देवी और बच्चे सुरक्षित हैं। मनीष रोहतास के करगहर थाना क्षेत्र के अरुही गांव के रहने वाले थे।
पहलगाम हमले में इंदौर के वीणा नगर निवासी सुशील नथानियल भी मारे गए। उनकी बेटी आकांक्षा गोली लगने से घायल हुई है। सुशील आलीराजपुर स्थित LIC की सैटेलाइट शाखा में पदस्थ थे। वे 4 दिन पहले ही 21 साल के बेटे ऑस्टिन गोल्डी, 30 साल की बेटी आकांक्षा और पत्नी जेनिफर के साथ कश्मीर गए थे। एडिशनल पुलिस कमिश्नर (कानून) अमित सिंह ने सुशील की मौत की पुष्टि की है।
पहलगाम मे हुई आतंकी घटना पर RJD नेता मनोज झा ने कहा, “सच कहूं तो मैं बोलने की स्थिति में नहीं हूं …आपने ये क्या किया है? बर्बर हिंसा, आतंकवाद। इन मासूम लोगों का क्या कसूर था? पुलवामा के बाद दूसरी ऐसी घटना है जो रोंगटे खड़े कर देती है। भारत निशाने पर है। कोई राजनीतिक दल नहीं, कोई सरकार नहीं, ये भारत की अस्मिता पर हमला है। इसकी भरपाई की जाएगी। पूरा देश आज अपनी सरकार और अपनी सेनाओं के साथ है। आज कोई सवाल नहीं पूछना है। दिल नहीं कर रहा है। रोंगटे खड़े हो रहे हैं। सोच कर देखिए उन घरों पर क्या बीत रही होगी? किसी का पति किसी का बेटा, टूरिस्ट थे जो छुट्टी मनाने गए थे, चिराग बुझ गए। इस बर्बर हिंसा से आपको क्या हासिल होगा? आपने भारत की अखंडता पर हमला करने की कोशिश की, सुरक्षा पर हमला करने की कोशिश की, कश्मीर की अर्थव्यवस्था पर हमला करने की कोशिश की है। ये मौतें जाया नहीं जाएंगी।”