महाराष्ट्र में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन ने कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन को काफी पीछे छोड़ दिया है. 203 सीटों के ताजा रुझान सामने आ गए हैं. रुझानों में बीजेपी- शिवसेना गठबंधन को बहुमत मिला है. महाराष्ट्र में एक बार फिर भाजपा-शिवसेना की सरकार बन सकती है.
अभी तक के रुझानों के बीच ही शिवसेना ने एक बार फिर सूबे के लिए मुख्यमंत्री पद की डिमांड रख दी है. शिवसेना ने फिर अपने नेता आदित्य ठाकरे का नाम इसके लिए आगे किया है. शिवसेना ने सीएम पद के लिए बीजेपी के सामने ढाई-ढाई साल का फॉर्मूला भी दिया है. साथ ही शिवसेना ने सरकार बनने पर आधे मंत्री पद भी मांगे हैं. बीजेपी की तरफ से अभी तक शिवसेना की मांग पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है.
इससे कुछ देर पहले ही शिवसेना के एक वरिष्ठ नेता ने आदित्य ठाकरे को सीएम बनाने की बात पर कहा था कि इसका फैसला शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह चर्चा के बाद लेंगे.
शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने भी थोड़ी ही देर पहले यह स्पष्ट किया था कि 50-50 फार्मूला तय रहेगा. उन्होंने कहा कि पार्टी के अनुमान से कुछ सीटें कम आई हैं, लेकिन यह निराशाजनक नहीं है. हमारा प्रदर्शन काफी अच्छा है. सरकार बनाने की बात पर वह बोले की बीजेपी और शिवसेना का गठबंधन बरकार है और रहेगा. गठबंधन सरकार को लेकर 50-50 के रेश्यो पर हुई थी और हम अभी भी उसी बात पर बरकरार हैं.
हालांकि कुछ आंकड़े ऐसे भी थे जिन्होंने बीजेपी को चौंका दिया. फडणवीस सरकार के स्टार फेस माने जाने वाले कुछ चेहरे मतगणना के दौरान पिछड़ते हुए दिख रहे हैं. इनमें जो सबसे बड़ा नाम सामने आया वो रहा पंकजा मुंडे का. इसके साथ ही अन्य पांच मंत्री भी गणना के दौरान पीछे चल रहे हैं. यह सीटें भी वह मानी जा रहीं थीं जहां पर बीजेपी की जीत तय थी लेकिन ऐसा होता नहीं दिख रहा है. 6 मंत्री जो पीछे चल रहे हैं उनमें परली से पंकजा मुंडे, कर्जत जमात से राम शिंदे, औरंगाबाद से अतुल सवे, मावल से बाला उर्फ संजय विश्वनाथ भिड़े, यवतमाल से मदन येरावर और पुरंदर से विजय शिवतारे काफी पीछे चल रहे हैं.