कानपुर में आईआईटी से अर्मापुर का सफर तय कर चुका तेंदुआ अब तक पकड़ में नहीं आया है। बुधवार को आर्डिनेंस फैक्टरी से निकलकर अर्मापुर कॉलोनी जा पहुंचा तेंदुआ गुरुवार तड़के पनकी बी ब्लॉक में दिखाई दिया। मोटरसाइकिल की रोशनी देखकर तेंदुआ झाड़ियों में जा छिपा। इसके बाद गुरुवार सुबह साढ़े दस एक बार फिर आर्डिनेंस फैक्टरी परिसर में देखा गया। वन विभाग की टीम ने भी इसकी पुष्टि की है। साथ ही पहली बार ये भी पता चला है कि तेंदुआ नर है, इसलिए उसे पकड़ने के लिए शुक्रवार से नई रणनीति पर काम होगा।
बुधवार को तेंदुआ अर्मापुर कॉलोनी में टहलता पाया गया। वहां के निवासियों ने देखा तो दहशत के मारे पूरी कॉलोनी में सन्नाटा पसर गया। वहां निगरानी बढ़ी तो तेंदुआ और आगे बढ़ गया। गुरुवार तड़के कुछ महिलाओं और बाइक सवारों ने उसे पनकी बी ब्लॉक के पास संकरी रोड किनारे देखा तो ठिठक गए। रोशनी देख तेंदुआ पहले रुका, नजदीक आया और एकाएक झाड़ियों में जाकर ओझल हो गया।
तीन महिलाओं ने तो उसे करीब दस फीट की दूरी से सड़क पार करते देखा। क्षेत्र में तेंदुआ दिखाई देने से हड़कंप मच गया। वन विभाग की टीम ने तेंदुए की तलाश में आसपास के संभावित स्थानों पर कॉम्बिंग भी कराई लेकिन कोई पता नहीं चला। तभी गुरुवार सुबह उसे स्माल आर्म्स फैक्टरी की दीवार फांदकर आर्डिनेंस फैक्टरी में दाखिल होते देखा गया। सुरक्षाकर्मियों द्वारा तेंदुआ देखे जाने पर वन विभाग और चिड़ियाघर के डॉ़. मोहम्मद नासिर, डॉ. नितेश कटियार वाली रेस्क्यू टीम को बुलाया गया। इसके बाद वन विभाग की टीम ने भी मान लिया कि तेंदुए ने आइआइटी व एनएसआइ को छोड़कर अपना नया ठिकाना अर्मापुर एस्टेट के जंगल को बनाया है। यहां स्माल आर्म्स फैक्ट्री व ओएफसी में उसे मुफीद स्थान मिला है।
तेंदुए की चहलकदमी से अर्मापुर, पनकी और आसपास के इलाकों में तेंदुए के कारण शाम ढलते ही सन्नाटा हो रहा है। बच्चों के बाहर खेलने पर रोक लगा दी गई है। दिन में खुले रहने वाले दरवाजे भी बंद रखे जा रहे हैं। अर्मापुर, पनकी नहर और उसके आसपास के इलाकों में दुकानदार और ठेले लगाने वाले भी अंधेरा होने से पहले ही घरों को लौट जाते हैं। अब तक अग्निवीर भर्ती के चलते विजय नगर से अर्मापुर स्टेट के सामने कालपी रोड पर युवाओं का जमघट लगा रहता था। गुरुवार को भर्ती संपन्न हो जाने के बाद यहां भी सन्नाटा पसरा रहा। इस बीच दोपहर में नौरैयाखेड़ा इलाके में भी एक युवक ने तेंदुआ देखने का दावा किया। वनविभाग की टीमों ने उसे पकड़ने के लिए जाल बिछाए हैं। दोनों संस्थानों में इंफ्रारेड कैमरे लगाए गए हैं।
वन विभाग यहां भी पिंजरे व कैमरों की संख्या बढ़ाकर तेंदुए के आवागमन को ट्रेस करने की कोशिश कर रहा है। साथ ही अर्मापुर एस्टेट समेत आसपास एक किलोमीटर इलाके में अलर्ट जारी किया गया है। लोग दिन में भी अकेले नहीं निकल रहे हैं।
तेंदुआ लगातार 14 दिन तक कल्याणपुर क्षेत्र में आइआइटी तो कभी एनएसआइ में रहा। वन विभाग ने निगरानी बढ़ाई और संस्थानों की ओर से हाईमास्ट लाइटें लगवाई गईं तो उसने अर्मापुर एस्टेट के जंगल में नया ठिकाना बना लिया है। मंगलवार शाम सबसे पहले वह स्माल आर्म्स फैक्ट्री में घुसा। इसके बाद ओएफसी के जंगल में पहुंचा। तब से लगातार वह दोनों परिसरों में आवागमन कर रहा है। उसके पैरों के निशान मिल रहे हैं और आसपास के लोगों ने भी उसे देखा है। इसके चलते पूरे क्षेत्र में अलर्ट जारी किया गया है।
अर्मापुर डिग्री कालेज में इन दिनों मिड टर्म परीक्षा भी चल रही है। इसके चलते शिक्षकों व छात्र-छात्राओं के चेहरे पर तेंदुए की दहशत साफ नजर आ रही है। एक शिक्षक ने बताया कि परीक्षा के दौरान कालेज का गेट बंद रहता है। विद्यार्थियों को सावधानी से घर आने जाने की सलाह दी गई है। कालोनी में रहने वाले लोग भी परेशान हैं और तेंदुए को जल्द पकड़ने की मांग कर रहे हैं।
कानपुर के अर्मापुर एस्टेट में तेंदुआ दिखाई देने से दहशत में स्थानीय लोग