Trending News

यूट्यूब चैनल पर महिलाओं की नीलामी वो भी लाइव – किसने किया ऐतराज-जानियें

[Edited By: Vijay]

Friday, 30th July , 2021 07:34 pm

आजकल यूट्यूब चैनल पर कई तरह की अजीबों-गरीब कारनामें देखने को मिल जाते हैं जो कि आपको नजरें झुकाने पर मजबूर कर दे पर कुछ लोग वैसे भी है जो इन्हे देखकर मौज लेते है तभी तो इन यूट्यूब चैनलों को दर्शक मिल जाते हैं पर हमें इनका विरोध करना ही चाहिये..ऐसी कई यूट्यूब चैनल है जिनका विरोध कम से कम हमारे देश में तो जरुरी हो जाता है पर बहुत कम लोग इसका विरोध करते है पर शिवसेना की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने इस बात का संज्ञान लिया और पत्र लिखकर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से इस पर कड़ी कार्यवाही की मांग की है

                                   

शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने आईटी मंत्री को लिखे गए अपने पत्र को ट्वीट किया है। उन्होंने पत्र में महिलाओं की लाइव नीलामी प्रसारित करने वाले एक यूट्यूब चैनल और एक एप के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने की मांग की है। शिवसेना सासंद ने कहा है कि इस यूट्यूब चैनल ने विशेष समुदाय की एक महिला की लाइव नीलामी का प्रसारण किया। उन्होंने कहा कि एप पर कई महिलाओं की तस्वीरें पोस्ट की गई हैं जो उनके सोशल मीडिया हैंडल से उठाई गई हैं। 

                                

चतुर्वेदी ने पत्र में लिखा कि 'कुछ महीने पहले 'लिबरल डॉज' नामक यूट्यूब चैनल ने एक एक खास समुदाय की महिला की लाइव नीलामी का प्रसारण किया था। लोग महिला को देखकर बोली लगा रहे थे और भद्दी टिप्पणियां कर रहे थे। 'सुल्ली डील्स' नामक एप पर कई पेशेवर महिलाओं की तस्वीरें पोस्ट हुई हैं।'

सांसद चतुर्वेदी ने अपने ट्वीट में लिखा कि जिस तरह से 'सुल्ली डील्स' के माध्यम से एक धर्म की महिलाओं को टारगेल किया जा रहा था वो बेहद ही अफसोसजनक और निंदनीय है, इस संदर्भ में आईटी मंत्री को मेरा पत्र।

राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने लिखा है कि आदरणीय अश्विनी जी, साइबर स्पेस में महिलाओं की सुरक्षा के प्रति आपका ध्यान आकर्षित करने के लिए यह पत्र लिख रही हूं। कुछ महीने पहले 'लिवरल डॉज' (Liberal Doge) नामक यूट्यूब चैनल ने एक विशेष समुदाय की महिला की लाइव नीलामी का प्रसारण किया था। लोग महिला को देखकर बोली लगा रहे थे और भद्दी टिप्पणियां कर रहे थे।

'सुल्ली डील्स' (Sulli Deals) नामक एप पर महिला पत्रकारों समेत कई पेशेवर महिलाओं की तस्वीरें बिना उनकी जानकारी के पोस्ट की गई हैं। ये तस्वीरें महिलाओं के सोशल मीडिया अकाउंट्स से ली गईं। एपपर तस्वीरें पोस्ट होने के बाद महिलाओं को धमकी, उत्पीड़न और अपमान का सामना करना पड़ा। इसका मकसद एक विशेष समुदाय की महिलाओं को निशाना बनाना था। 

इस तरह की घटना ने महिलाओं को भारी परेशानी में डाल दिया और उन्हें भयभीत कर दिया है। कुछ महिलाओं ने अपना सोशल मीडिया अकाउंट डिलीट कर दिया और कुछ को उत्पीड़न की चिंता सता रही है। महिलाओं की गरिमा और उनके सम्मान को ठेस पहुंचाने के लिए इस तरह सोशल और डिजिटल मीडिया का इस्तेमाल होने से बहुत दुख पहुंचा है।

महिलाएं पहले ही लैंगिक भेदभाव को लेकर संघर्ष कर रही हैं और इस तरह की घटनाओं के बाद खासतौर पर साइबर दुनिया में उनकी सुरक्षा को लेकर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। हालांकि दिल्ली और नोएडा पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज किया है, लेकिन अभी तक कोई प्रगति नहीं हुई है।

ऐसे मामलों में कड़े कानून की कमी और सख्त सजा के अभाव में अपराधियों का हौसला बढ़ता है। मुझे दु ख है इतना गंभीर मामला होने के बावजूद अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। इसलिए मैं आपसे अनुरोध करती हूं कि महिलाओं के सम्मान की रक्षा के लिए आप इस मामले में त्वरित कार्रवाई करें, जैसा कि किसी भी जिम्मेदार सरकार को करना चाहिए।

 

 

Latest News

World News