Trending News

जानें शिवसेना सांसद संजय राउत पात्रा चॉल लैंड स्कैम कैसे फसें

[Edited By: Rajendra]

Monday, 1st August , 2022 12:36 pm

पात्रा चॉल लैंड स्कैम की शुरूआत 2007 से हुई। आरोप है कि महाराष्ट्र हाउसिंग एंड डिवलपमेंट अथॉरिटी के साथ प्रवीण राउत, गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन और हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड की मिलीभगत से घोटाले को अंजाम दिया गया। म्हाडा ने पात्रा चॉल के रिडेवलपमेंट का कार्य गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया था। इसमें 1034 करोड़ के घोटाले का आरोप है कि संजय राउत के दोस्त प्रवीण राउत इस मामले में आरोपी हैं, कंस्ट्रक्शन कंपनी पर चॉल के लोगों के साथ धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया है. ये कंपनी प्रवीण राउत की है. पात्रा चॉल में 3 हजार फ्लैट बनाए जाने थे। 672 फ्लैट चॉल के निवासियों को मिलने थे. प्राइवेट बिल्डरों को जमीन बेचने का आरोप है।

गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन नाम की कंपनी पर आरोप है कि उसने फ्लैट बनाने की बजाए 47 एकड़ जमीन को कई अलग-अलग बिल्डरों को बेच दी। इससे इस कंस्ट्रक्शन कंपनी ने 1034 करोड़ रुपये कमाए, कहा जा रहा है कि प्रवीण राउत संजय राउत के काफी करीबी दोस्त हैं. ईडी की जांच में इस बात का खुलासा हुआ कि प्रवीण राउत की पत्नी माधुरी राउत ने संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत को एक लोन दिया। जो 55 लाख रुपये का था. बताया जाता है कि इसी पैसे से वर्षा राउत ने दादर में एक फ्लैट खरीदा, जिसे ईडी ने जब्त किया है। वर्षा राउत और संजय राउत के करीबी सुजीत पाटकर की पत्नी ने अलीबाग में एक जमीन खरीदी थी। ईडी का कहना है कि इस प्लॉट को खरीदने के लिए भी पैसों की हेराफेरी हुई।

उधर, स्वप्ना पाटकर की शिकायत पर मुंबई पुलिस ने संजय राउत के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। स्वप्ना पाटकर पात्रा चॉल घोटाले की एक अहम गवाह है। 15 जुलाई को स्वप्ना पाटकर को एक धमकी भरा पत्र मिला था। चिट्ठी में अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया गया था। बलात्कार और जान से मारने की धमकी दी गई थी, ईडी के सामने जुबान बंद रखने की बात कही गई थी। स्वप्ना का दावा है इन धमकियों के पीछे संजय राउत का हाथ है, पाटकर ने पुलिस में लिखित शिकायत दर्ज करवाई थी। संजय राउत के खिलाफ सेक्शन 504 और 509 के तहत ,फआईआर दर्ज की गयी है।

शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा है कि मैं कभी दबाव के आगे नहीं झुकूंगा। निडर होकर कार्रवाई का सामना करूंगा, ताकि महाराष्ट्र को पता चल जाएगा कि हमारे जैसे कुछ लोग हैं, जो बिना किसी डर के जांच एजेंसियों का सामना करते हैं। इससे अन्याय के खिलाफ लड़ने की ताकत मिलेगी। राउत ने ईडी द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद ट्वीट किया है कि आप उस व्यक्ति को कभी नहीं हरा सकते, जो हार नहीं मानता। साथ ही राउत ने कहा है कि अगर मुझे अपनी जान भी देनी पड़े तो भी मैं ईडी के आगे नहीं झुकूंगा।

संजय राउत ने कहा, ईडी ने नौ घंटे तक घर पर पूछताछ की, हालांकि, उन्हें भ्रष्टाचार से संबंधित कोई दस्तावेज नहीं मिले। राउत ने चुटकी लेते हुए कहा कि जिस पत्राचॉल मामले में यह कार्रवाई की जा रही है, उस पत्राचॉल के कितने पतरे जंग लगे हुए हैं और वह पत्राचॉल कौनसी है, मैं तो यह भी नहीं जानता।

राउत ने आरोप लगाया कि शिवसेना को खत्म करने के लिए ईडी यह कार्रवाई कर रही है। राउत ने कहा कि ईडी के दबाव में कई लोग शिवसेना छोड़ रहे हैं। हालांकि, मैं पार्टी नहीं छोड़ूंगा, चाहे कुछ भी हो जाए। मुझ पर शिवसेना को तोड़ने का दबाव बनाया जा रहा है। यह कार्रवाई उद्धव ठाकरे को परेशान करने के लिए ही की जा रही है। चूंकि मैं बालासाहेब ठाकरे का शिवसैनिक हूं, इसलिए मुझे उनसे निडरता के गुण विरासत में मिले हैं। इसलिए मैं डरूंगा नहीं, लड़ूंगा। राउत ने यह भी कहा कि मैं खुद सांसद हूं। इसलिए मैं कानून के महत्व को समझता हूं। मैं जांच में पूरा सहयोग कर रहा हूं और करता रहूंगा।

राउत ने कहा कि उन्होंने समन जारी करने के बाद ईडी से पूछताछ के लिए पेश होने के लिए समय बढ़ाने की मांग की थी। कई लोगों को समय विस्तार दिया जाता है। हालांकि ईडी ने मुझे समय बढ़ा कर देने से मना कर दिया। फिलहाल संसद का सत्र चल रहा है। कुछ दिन पहले राष्ट्रपति चुनाव हुआ था। इसीलिए मैं पूछताछ में शामिल नहीं हो सका। हालांकि आज बिना किसी नोटिस के ईडी के अधिकारी सुबह तड़के घर पहुंचे। हमारा पूरा परिवार इसके खिलाफ लड़ रहा है। उन्होंने कहा कि मैंने उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू से भी शिकायत की थी कि मुझ पर महा विकास आघाडी सरकार गिराने का दबाव बनाया जा रहा है। मेरी शिकायत पर कुछ कार्रवाई नहीं की गई। मुझे नहीं पता कि मैं भविष्य में जेल में रहूंगा या नहीं। लेकिन बीजेपी के खिलाफ लड़ता रहूंगा।

महाराष्ट्र में पात्रा चॉल जमीन घोटाला मामले में लंबी पूछताछ के बाद शिवसेना नेता संजय राउत को गिरफ्तार कर लिया गया है। संजय राउत की गिरफ्तारी से पहले उनके घर से साढ़े 11 लाख रुपये भी जब्त किए गए हैं। संजय राउत के घर से इसके अलावा कई अहम दस्तावेज भी जब्त किया गया है जो पात्रा चॉल मामले से जुड़े हैं। इन सभी दस्तावेजों और नकदी को लेकर प्रवर्तन निदेशालय की टीम ईडी दफ्तर पहुंची थी। राउत को मुंबई के एक पात्रा चॉल जमीन मामले में उनकी पत्नी के साथ दूसरे सहयोगियों की संलिप्तता वाले लेन-देन में कथित अनियमितताओं से जुड़े मनीलॉन्ड्रिंग केस में पूछताछ के लिए ईडी ने तलब किया था।

संजय राउत पात्रा चॉल जमीन से संबंधित मनीलॉन्ड्रिंग मामले में अपना बयान दर्ज करवाने के लिए 1 जुलाई को मुंबई में ईडी के सामने पेश हुए थे। इसके बाद एजेंसी ने उन्हें दो बार तलब किया था, लेकिन मौजूद संसद सत्र में व्यस्त रहने का हवाला देते हुए वो पेश नहीं हुए थे।

Latest News

World News