महाकुंभ का आज आखिरी दिन है। आज महाशिवरात्रि पर्व भी है, संगम मे आज सुबह 10 बजे तक 81 लाख से ज्यादा लोग स्नान कर चुके हैं। महाशिवरात्रि पर 3 करोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है। अगर ऐसा होता है तो, कुल आंकड़ा 67 से 68 करोड़ तक पहुंच जाएगा।
महाकुंभ मे अभी तक 65 करोड़ लोगो ने डुबकी लगाई है जो देश की लगभग आधी जनसंख्या है यानि की आधा हिंदुस्तान संगम मे स्नान कर चुका है, आपको बता दें संगम में डुबकी लगाने वालों की यह संख्या 193 देशों की जनसंख्या से ज्यादा है। सिर्फ भारत और चीन की आबादी महाकुंभ आए श्रद्धालुओं से ज्यादा है। योगी सरकार ने भी दावा किया कि दुनिया में हिंदुओं की आधी आबादी के बराबर लोग यहां आए हैं।
महाकुंभ में आखिरी स्नान को देखते हुए प्रयागराज शहर में 25 फरवरी 2025 की शाम से वाहनों की नो-एंट्री कर दी गई है। मेले के अंदर भी वाहन नहीं चल रहे हैं। रात से ही संगम जाने वाले रास्तों पर भारी भीड़ है। संगम घाट पर स्नान के बाद श्रद्धालुओं से घाट खाली कराए जा रहे हैं, ताकि वहां भीड़ न उमड़े।
DGP प्रशांत कुमार ने कहा, “पूरे राज्य में…
आज महाकुंभ मेले 2025 के संपन्न होने पर उत्तर प्रदेश के DGP प्रशांत कुमार ने कहा, “पूरे राज्य में भक्त बड़ी संख्या में शिव मंदिरों में जा रहे हैं और पूजा-अर्चना कर रहे हैं। आज महाकुंभ का आखिरी दिन है और महाकुंभ के 45 दिनों में 65 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने प्रयागराज में पवित्र डुबकी लगाई।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर हमने भीड़ प्रबंधन, सुरक्षा और तकनीकों का एक अभूतपूर्व मॉडल पेश किया है… हमने भीड़ प्रबंधन और निगरानी के लिए विश्व स्तरीय तकनीकों और AI का इस्तेमाल किया… सभी एजेंसियों से हमें जो सहयोग मिला, उससे हमें अभूतपूर्व तरीके से प्रदर्शन करने में मदद मिली। अयोध्या, वाराणसी और विंध्यवासिनी देवी जैसे धार्मिक स्थलों पर प्रयागराज के दर्शन करने के बाद पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ी…
महाकुंभ बिना किसी बड़ी त्रासदी के संपन्न हो गया… हमने रेलवे के साथ मिलकर काम किया… हमें पूरा विश्वास था और जैसा कि मैंने पहले कहा, यह हमारे लिए चुनौती नहीं बल्कि अवसर है। हमारे कर्मियों ने 45 दिनों तक जमीन पर काम किया और उससे पहले दो महीने तक प्रशिक्षण लिया… हमने कई उदाहरण पेश किए जो आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेंगे… हमारी सुरक्षा व्यवस्था कुछ और दिनों तक बनी रहेगी जब तक कि हम अपने सभी उपकरण नष्ट नहीं कर देते… व्यक्तिगत रूप से, यह गर्व की बात है और एक अविस्मरणीय अनुभव है।
दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा, “…144 वर्षों बाद महाकुंभ आया और इस बार 65 करोड़ से अधिक लोगों ने वहां पर स्नान किया… यह बहुत ही शुभ अवसर रहा देश के लिए कि 65 करोड़ लोग, इतने दूर-दराज से कई किलोमीटर पैदल चलकर आए… मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने महाकुंभ के अवसर पर इस तरह की व्यवस्थाएं की…”