कानपुर के KPM अस्पताल से बड़ी लापरवाही सामने आ रही है, यू:तो डॉक्टरों को भगवान का दर्जा दिया गया है, लोग भगवान से दुआ मांगने मंदिर जाते है जब जान पर बन आती है तो अस्पताल के दर पर जाते है। लेकिन .यही भगवान अगर अपने फर्ज पर ध्यान न दे तो मरीज की जान पर बन आती है,
कुछ ऐसा ही नजारा कानपुर के बिरहाना रोड़ स्थित जाने माने अस्पताल KPM मे उस वक्त देखने को मिला जब कानपुर के नवनियुक्त तेज तर्रार जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह अचानक निरीक्षण के लिए पहुंचे तो जब उन्होने अस्पताल के मरीजों का एंट्री रजिस्टर मगवाया तो रजिस्टर ने खुद अस्पताल के भ्रष्टाचार की ऐसी पोल खोली की पूरे स्वास्थ्य विभाग मे हड़कंप मच गया।
दरअसल रविवार को पहले तो कानपुर के DM जितेन्द्र प्रताप सिंह बिरहाना रोड स्थित पटकापुर सरकारी अस्पताल का औचक निरीक्षण करने पहुंचे. जैसे ही वे अस्पताल के अंदर प्रवेश किए तो सबसे पहला सवाल था कि” सुबह से कितने मरीज आए है तो वहां की इंचार्ज डॉ. दीप्ति गुप्ता ने उन्हें एक रजिस्टर दिखाया, जिसमें लिखा था कि सुबह से कई मरीजों का इलाज हो चुका है.सभी मरीजों के नाम और फोन नंबर भी उसमें दर्ज थे. हालांकि, डीएम को यह रजिस्टर देखते ही शक हुआ, उन्होने सोचा कुछ तो है क्योंकि रजिस्टर पर दर्ज नाम जल्दबाजी में लिखे गए थे. उन्होंने सारी सच्चाई का पता लगाने के लिए रजिस्टर में दर्ज फोन नंबरों पर एक के बाद एक कॉल करना शुरू किया।
DM जितेन्द्र प्रताप सिंह पहला फोन करते ही बोले- नमस्ते मै जिलाधिकारी बोल रहा हूं, आप क्या आए थे यहां, तो उसने पूछा कहां डीएम बोले, KPM मे… सुनते ही व्यक्ति हैरान रह गया KPM मे… नंबर लिखा है क्या, DM बोले, आप परेशान न हो मै सिर्फ वैरिफिकेशन कर रहा हूं, फिर पूछा आज तो कोई नही आया न, व्यक्ति बोला नही आज कोई नही आया, तो जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह ने डॉ. दीप्ति गुप्ता कि ओर देखते हुए बोला कि आपने झूठ क्यों लिखा रजिस्टर मे, मेरी तरफ देखिए और बताइंए, डीएम बोले- अपने झूठे नंबर लिखकर आप अपनी नौकरी कर रहे है, जब मरीद आया ही नही तो आपने नाम कैसे लिख दिया, जिलाधिकारी के बार-बार पूछने पर डॉ. दीप्ति गुप्ता ने बताया कि जो रजिस्टर पर मरीजों के नंबर लिखे है वो सारे फर्जी है यह सुनते ही डीएम चौंक गए।
रिपोर्ट के मुताबिक डीएम ने पूरे अस्पताल स्टाफ से पूछताछ की और तुरंत सीएमओ (मुख्य चिकित्सा अधिकारी) और अन्य स्वास्थ्य अधिकारियों को नोटिस जारी किया. डीएम ने यह भी स्पष्ट किया कि डॉ. दीप्ति गुप्ता को निलंबित करने की संस्तुति शासन को भेज दी गई है.