Sacred Games 2 का सीजन 15 अगस्त को रिलीज हुआ. वेब सीरीज को देखने के बाद पब्लिक का जबरदस्त रिएक्शन मिल रहा है. ये सीजन पहले वाले से कहीं ज्यादा बड़े और बेहतरीन तरीके से बनाया गया है. गणेश गायतोंडे के किरदार में इस बार इतना कुछ है, जिसके बारे में आपने सोचा भी नहीं होगा.
जिसका सीधा मतलब है कि आप को इस बार और भी रोमांच से भरी कहानी देखने को मिलने वाली है. ये सीरीज इतनी शानदार तरीके से बनाई गई है कि इस सीजन के साथ ही भारतीय कहानीकारों को दुनिया भर में पहचान मिल सकती है.
नए सह-निर्देशक नीरज घायवान के साथ अनुराग कश्यप एक बार फिर लौटे हैं खून के प्यासे गैंगस्टर्स, अधिक सतर्क पुलिस, नए खिलाड़ियों का पूरा झुंड, और भी नुकीले दातों वाली सरकार के साथ. वो जो चाहें पूरे कानून के साथ कर सकते हैं, लेकिन उन्हें गोपालमठ गणेश गायतोंडे के आदमी की जरूरत है अपनी योजनाओं को आगे बढ़ाने के लिए.
अब हम आपको ज्यादा स्पॉयलर्स नहीं देंगे, लेकिन ये जरूर बता देंगे कि सिर्फ एक ही झटके में निर्देशकों ने इस 'गेम' को हम सबसे से ज्यादा बड़ा बना दिया है.
हालांकि, कहीं-कहीं इसके साथ समझौता भी दिखता है. जैसे कि डायरेक्टर पूरी तरह इसे एक गैंगस्टर की कहानी बनाने पर तुला है. विक्रम चंद्रा कि किताब से ली गई कुछ बातें साफ नजर आती हैं. यही बात है जो इसे ऐसी कहानी बनाती है जो शायद ही भारतीय सिनेमा के इतिहास में पहले कभी कही गई है.
सैफ अली खान का किरदार सरताज सिंह धीरे-धीरे और भी मजबूत हो रहा है. खास बात ये है कि इस किरदार में 'उदास लेकिन लवेबल' वाली पहचान बरकरार रखी गई है. वो इस केस को अपने तरीके से इंवेस्टिगेट करता है. एक तरह से गायतोंडे से ज्यादा इस बार सरताज सिंह इस कहानी को कह रहा है. अगर गायतोंडे एक क्रिमिनल की नजर से कहानी बता रहा है, तो वहीं सरताज पुलिस और सरकार का एंगल भी समझा रहा है. ये कॉम्बिनेशन इस सीरीज को और भी दिलचस्प बना देता है.
जहां एक तरफ पहला सीजन सिर्फ गायतोंडे के दंगों की कहानी थी. वहीं, दूसरी तरफ दूसरा सीजन कई और बड़े कैरेक्टर्स को इंट्रोड्यूस करता है. जिसमें एक शानदार किरदार 'गुरूजी' का भी शामिल है. इस किरदार को अभिनेता पंकज त्रिपाठी ने निभाया है.
@Bees_Kut ने ट्वीट किया, ''सेक्रेड गेम्स सस्ता 16 दिसंबर है.''
ट्विटर हैंडल @RomanaRaza लिखते हैं, ''सेक्रेड गेम्स-2 अच्छा है पर जितनी उम्मीद थी, उतना नहीं. आपने फ़र्स्ट सीज़न देखा है तो सेकेंड भी देखो. बोलने दो बोलने वालों को.''
सोशल मीडिया पर लोग सेक्रेड गेम्स के दोनों सीज़न की तुलना अलग-अलग तस्वीरों से कर रहे हैं.
सेक्रेड गेम्स 1: लियोनार्डो डिकैप्रियो, सेक्रेड गेम्स 2: हिमेश रेशमिया
रवि प्रताप दुबे लिखते हैं, ''हक़ीक़त ये है कि सेक्रेड गेम्स सीज़न-2 भी वन गो में पूरा ख़त्म कर दिया गया है."
पुष्कर सिंह ने लिखा, ''सेक्रेड गेम्स की बाक़ी लोग जितनी आलोचना कर रहे हैं, मुझे उतना तो बुरा नहीं लगा. गायतोंडे के किरदार को जो बदला है, उसमें मज़ा नहीं आया. इस सिरीज़ में क्या होना है, इसका अंदाज़ा पहले से ही था."
@hanjiokaY लिखते हैं, ''दूसरे सीज़न के पहले तीन एपिसोड देख लिए हैं और ये बहुत ख़ास नहीं हैं. उम्मीद ज़्यादा थी. लेकिन ये सीज़न अतीत और वर्तमान में अटका जान पड़ता है.''
इब्राहिम लिखते हैं, ''सेक्रेड गेम्स को सीक्रेट गेम्स बोलने वाले भी आज रिव्यू के नाम पर कुछ भी कह रहे हैं.''
एहतेशाम ने ट्वीट किया, ''सेक्रेड गेम्स बुरा नहीं है. बात बस इतनी सी है कि लोगों ने उम्मीद ज़्यादा कर ली थी.''