[Edited By: Punit tiwari]
Friday, 19th February , 2021 05:11 pmनई दिल्ली-राजस्थान में भारतीय सेना और एयरफोर्स ने संयुक्त रूप से 4 हेलिना एंटी-टैंक मिसाइलों का परीक्षण किया। रक्षा अनुसंधान और विकास परिषद के मुताबिक, इन मिसाइलों को ध्रुव हेलीकॉप्टर से लॉन्च किया गया। चार मिसाइल का परीक्षण 7 किलोमीटर के न्यूनतम और अधिकतम रेंज में मिसाइल की क्षमता को आंकने के लिए किया गया था।
Helina Trial Video pic.twitter.com/06kHn21XNE
— DRDO (@DRDO_India) February 19, 2021
डीआरडीओ के अधिकारियों ने बताया कि इस परीक्षण के दौरान अंतिम टारगेट एक पुराने टैंक पर किया गया। परीक्षण को सफलतापूर्वक पूरा किया गया। पोखरण में किए गए इस परीक्षण के बाद यह भारतीय सशस्त्र बल में शामिल होने के लिए तैयार है। रिपोर्ट के मुताबिक, इस एंटी-टैंक मिसाइल का पिछले 5 दिनों से परीक्षण किया जा रहा था। आज इसका अंतिम परीक्षण किया गया।
इस इन्फ्रा रेड मिसाइल को डीआरडीओ ने ही विकसित किया है। इसे ‘नाग’ मिसाइल भी कहा जाता है। इसकी तुलना चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी के वायर गाइडेड HJ-8 या होंगजियान-8 सिस्टम और पाकिस्तान द्वारा विकसित BARQ लेजर गाइडेड मिसाइल के साथ की जाती है। एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल ऐसा रॉकेट होता है, जिसे गाइड करके निशाने पर साधा जाता है।
डीआरडीओ की वेबसाइट के मुताबिक, हेलिना एक तीसरी पीढ़ी की ‘दागो और भूल जाओ’ टैंक रोधी मिसाइल प्रणाली है, जिसे आधुनिक हल्के हेलीकॉप्टरपर स्थापित किया गया है। यह प्रणाली, सभी मौसम में दिन-रात के समय सक्षम है और युद्धक टैंकों को नष्ट कर सकती है। हेलिना मिसाइल सीधे हिट मोड के साथ ही साथ टॉप अटैक मोड दोनों में टारगेट पर निशाना लगा सकती है।