उत्तर प्रदेश में बुधवार को यूपी एटीएस ने रोहिंग्या मुसलमानों की तलाश में बड़ी कार्रवाई की है। सुबह से संतकबीरनगर स्थित खलीलाबाद, बस्ती और अलीगढ़ समेत कई जिलों में संदिग्धों की तलाश में कार्रवाई चल रही है। आधा दर्जन संदिग्धों को पकड़ा गया है। बताया जा रहा है कि इस कार्रवाई में एटीएस यूपी में टेरर फंडिंग के नेटवर्क की भी तलाश कर रही है। यूपी एटीएस इस मामले में शाम तक बड़ा राजफाश कर सकती है।
म्यांमार का रहने वाले अजीजुल हक उर्फ अजीजुल्लाह को यूपी एटीएस ने गिरफ़्तार किया है। उसके पास से 2 पासपोर्ट और फर्जी दस्तावेज़ बरामद किए गए हैं। अजीजुल्लाह के खाते में विदेश से काफी मात्रा में पैसा आया है, जिसकी जांच की जा रही है : प्रशांत कुमार, ADG कानून-व्यवस्था, उत्तर प्रदेश pic.twitter.com/mAL8k04tBJ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 6, 2021
यूपी एटीएस संतकबीरनगर जिले के खलीलाबाद ब्लॉक में तैनात जेई अब्दुल मन्नान को हिरासत में लिया है। इसके अलावा करीब आधा दर्जन से ज्यादा संदिग्ध लोगों को एटीएस की टीम ने हिरासत में लिया है। खुफिया एजेंसी के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इन सब के पास फर्जी दस्तावेज और टेरर फंडिंग करने का आरोप पाया गया है। फिलहाल यूपी एटीएस ने भी पूरे मामले की जांच करने की बात कही जा रही है। अपर पुलिस महानिदेशक, कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि एटीएस को सूचना मिली थी कि म्यांमार निवासी रोहिंग्या अवैध रूप से भारत में प्रवेश करके सिद्धार्थनगर, संतकबीर नगर में रह रहा है। पता चला कि म्यांमार के रहने वाले इस शख्स ने दो पासपोर्ट भी फर्जी राशन कार्ड, मार्कशीट और प्राथमिक पाठशाला के ट्रांसफर सर्टिफिकेशट के आधार पर बनवाए हैं। इन पासपोर्ट पर इसने सऊदी अरब और बांग्लादेश की यात्रा की। 2017 में इसनें अपनी मां, बहन और दो भाइयों को भी अवैध रूप से भारत में प्रवेश कराया और उनके भी फर्जी दस्तावेज बनवाए। यह भी पता चला है कि अजीजुल्लाह के खाते में विभिन्न व्यक्तियों, फर्मों और विदेशों से भी काफी पैसा आया है, जिसकी जांच की जा रही है।