लखनऊ-यूपी एसटीएफ ने सोमवार देर शाम बसंत पंचमी दिन उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में आतंकी घटना को अंजाम देने की साजिश रचने वाले आतंकी संगठन पीएफआई के 2 सदस्यों को लखनऊ के गुडंबा थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया। जानकारी के मुताबिक, एसटीएफ की गिरफ्त में आए केरल के रहने वाले दोनों सदस्य अंसद बदरुद्दीन और फिरोज के पास से पुलिस की ओर से भारी मात्रा में बिस्फोटक बरामद किया गया है। गिरफ्तार किए गए एजेंट असद बदरुद्दीन और फिरोज़ खान ने बताया है कि उनकी योजना वसंत पंचमी के मौके पर देश के विभिन्न हिस्सों में सीरियल ब्लास्ट करने की थी। ये दोनों केरल के रहने वाले हैं और इनके निशाने पर देश के बड़े हिंदू नेता और हिंदू धार्मिक स्थल थे।
अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार के मुताबिक इन दोनों ने पूछताछ में कबूला है कि ये वसंत पंचमी के मौके पर यह देश भर में कई प्रमुख स्थानों पर एक साथ धमाके करने वाले थे। इनके निशाने पर प्रमुख हिंदू संगठनों के बड़े पदाधिकारियों पर एक साथ हमला करने की योजना बना रहे थे। इनके पास से भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया गया है। यह विस्फोटक कई अन्य लोगों में बांटे जाने थे और घटनाओं को अंजाम दिया जाना था। गिरफ्तार युवकों में बदरुद्यीन पीएफआई का कमांडर है जबकि फिरोज असलहों का ट्रेनर है। ये अन्य एजेंट्स तक विस्फोटक पहुंचाने वाले थे जो कि प्रदेश और देश के कई इलाकों में एक साथ हिंदू नेताओं और मंदिरों को निशाना बनाने वाले थे।
यूपी में हाई अलर्ट
प्रशांत कुमार ने बताया कि इन युवकों के मंसूबों को देखते हुए पूरे प्रदेश में अलर्ट जारी कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि 17 फरवरी को पीएफआई का स्थापना दिवस है, इस लिए भी अलर्ट जारी किया गया है। इन दोनों के पास से एसटीएफ ने ट्रेन के 12 टिकट बरामद हुए हैं। इस संगठन के लोग प्रदेश में कई जगहों पर फ़ैल चुके हैं और उनकी तलाश की जा रही है। प्रशांत कुमार ने बताया कि हाथरस में भी जातीय हिंसा फैलाने में पीएफआई का नाम सामने आया था। यूपी में बीते एक साल में पीएफआई के 123 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पीएफआई का मंसूबा न सिर्फ प्रदेश का अमन चैन को बिगाड़ने का है बल्कि कानून व्यवस्था की स्थिति पैदा करने का भी है।
हिंदू नेता, संगठन और मंदिर थे निशाने पर
पुलिस ने बताया है कि इनके निशाने पर यूपी के हिंदू नेता और मंदिर थे। दोनो आरोपियों के पास से विस्फोटक सामग्री भी बरामद हुई है। साथ में डेटोनेटर और चौकाने वाले दस्तावेज भी मिले हैं, इन दोनों का संबंध पीएफआई से बताया गया है। इनके पास से 16 अदद हाई क्वालिटी एक्प्लोसिव डिवाइस प्राप्त हुए हैं और 32 बोर की पिस्टल भी मिली हैं। ये लोग देश की सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने के लिए यूपी के कई महत्वपूर्ण संवेदनशील स्थानों व हिन्दू संगठनों के बड़े पदाधिकारियों पर हमला करने की योजना बना रहे हैं और विशेष वर्ग के हष्ट पुष्ट सदस्य भी बना रहे थे। एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि इनके निशाने पर कौन कौन से नेता थे यह बताना अभी ठीक नहीं है। अभी इनसे बहुत पूछताछ जारी है। इन्हें आज कोर्ट में पेश किया जाएगा।