उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी के मुस्लिम समुदाय को माह-ए-मोहर्रम पाक महीने में ताजिया निकालने पर लगी पाबंदी को खत्म कर दिया। मजलिस करने की इजाजत प्रदान की पर शर्त यह रखी की इस मजलिस में सिर्फ पांच लोग ही शामिल होंगे। यूपी सरकार ने मुहर्रम की नई गाइडलाइन जारी की है।
पूरे यूपी के मुसलमानों के लिए खुशखबरी। यूपी के मुस्लिम समुदाय को माह-ए-मोहर्रम के पाक महीने में पाक तोहफा मिला। मौलाना कल्बे जवाद के प्रतिनिधि शमील शम्शी ने बताया कि योगी सरकार ने राजधानी लखनऊ समेत पूरे उत्तर प्रदेश में अजादारी करने की पाबंदी को हटा लिया है। घर में ताजिया रखने पर अब एफआईआर नहीं होगी। मजलिस में सिर्फ पांच लोग ही मौजूद रहेंगे।
शमील शम्शी ने बताया कि इस बात की पाबंदी है कि सड़क और चौक पर ताजिये न रखे जा जाएं। यौमे आशूर में ताजियों के दफनाने को लेकर फैसला बाद में होगा। कोई भी परेशानी होने पर जिले के पुलिस विभाग के मुखिया से शिकायत कर सकते हैं। निगरानी के लिए सचिव गृह को नियुक्त किया है। शमील ने बताया कि उनकी गृह सचिव से वार्ता हुई है।