महाराष्ट्र विधानसभा का शासनकाल खत्म होने में कुछ ही घंटे बाकी हैं मगर सरकार 'कौन बनाएगा?' इस पर अभी तक संशय बरकरार है. शिवसेना और भाजपा के बीच उठापटक जारी है. शुक्रवार देर शाम शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भाजपा के खिलाफ उग्र रूप अख्तियार करते हुए नजर आए.
उद्धव ने कहा कि मैंने भी अटल-आडवाणीजी की कभी आलोचना नहीं की है. अभी मैंने नरेंद्र मोदी पर टिप्पणी नहीं की है, जब आलोचना की भी थी तो पॉलिसी की आलोचना थी, निजी आलोचना नहीं की. मैंने उनका (बीजेपी) का समर्थन इसलिए किया था क्योंकि देवेंद्र फडणवीस मेरे अच्छे मित्र हैं. क्या फैसला हुआ था इस बारे में मैं शिवसैनिकों से झूठ नहीं बोल सकता हूं. महाराष्ट्र की जनता को शिवसेना पर भरोसा है.
उद्धव ठाकरे ने कहा कि देवेंद्र फडणवीस से ऐसे बयान की उम्मीद नहीं थी. बीजेपी भूल गई कि दुष्यंत चौटाल ने उनके लिए क्या कहा था. शिवसेना झूठ बोलने वालों की पार्टी नहीं है. मैंने कभी पीएम मोदी पर आरोप नहीं लगाए. मैं बीजेपी वाला नहीं हूं. झूठ नहीं बोलता. मैं झूठ बोलने वालों से बात नहीं करता. मैंने कभी दुष्यंत चौटाला जैसी भाषा का प्रयोग नहीं किया.
मैं दुष्यंत चौटाला की तरह बात नहीं करता जैसे उन्होंने पीएम मोदी पर निशाना साधा था. गंगा को साफ करते हुए उनका दिमाग गंदा हो गया है. मैं RSS का सम्मान करता हूं. आरएसएस को फिर से सोचना चाहिए कि कैसा हिन्दुत्व चाहिए. हमने देखा है कि बीजेपी ने मणिपुर और गोवा में किस प्रकार से सरकार बनाई है. हमने उन्हीं से सीखा है. लेकिन हमने कभी झूठ बोलना नहीं सीखा. मुझे अगर बीजेपी झूठा बोलेगी तो बर्दाश्त नहीं करूंगा, एनसीपी और कांग्रेस से बातचीत नहीं हुई.हमने कभी भी चर्चा बंद नहीं की थी, जब मुझे पता चला कि बीजेपी समझौते से हट रही है, तब हमने बातचीत बंद की. हमने हमेशा अपना रुख साफ किया, अब वक्त है कि बीजेपी सच बोले.
उद्धव ठाकरे ने कहा कि पदों और मुख्यमंत्री पद को लेकर 50-50 पर सहमति बनी थी. मुझे इसपर सफाई देने की जरूरत नहीं. शिवसेना का सीएम होने के सपने को पूरा करने के लिए मुझे किसी की मदद की जरूरत नहीं है. हमारे काम बीजेपी जैसा नहीं. अमित शाह ने कहा था कि जिनकी ज्यादा सीट उनका सीएम. मैंने कहा कि मैं यह नहीं मानूंगा. देवेंद्र फडणवीस ने अमित शाह का हवाला देकर 2.5 साल के सीएम की बात होने से इनकार किया, जनता को पता है कौन झूठ बोल रहा.