उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को अयोध्या, गोरखपुर, बस्ती, बहराइच, बाराबंकी, बलरामपुर समेत प्रदेश के 15 जिलों में कृषि, कृषि विज्ञान एवं अनुसंधान, पशुपालन, मत्सय पालन, सिंचाई की 89.90 करोड़ रुपए की 40 परियोजनाओं का लोकापर्ण व शिलान्यास किया। इस मौके पर सीएम योगी ने कहा कि 2022 तक किसानों की आमदनी दोगुनी करने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्प को पूरा करने के लिए आज यहां पर लगभग 90 करोड़ रुपए की परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास का कार्यक्रम एक साथ हो रहा है। उन्होंने कहा जिन्हें विकास पसंद नहीं वे किसानों को गुमराह कर रहे हैं।
सीएम योगी ने कहा कि 2017 में सरकार बनने के बाद पहली कैबिनेट बैठक में किसानों के कर्ज माफ करने का फैसला किया गया। खेत से खलिहान और बीज से खाद तक को एक चेन से जोड़ने का काम किया गया। रिकॉर्ड उत्पादन कर खाद्यान्न आत्मनिर्भरता लाई गई। उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों को लेकर विपक्षी दल भ्रामक प्रचार कर रहे हैं कि एमएसपी समाप्त हो जाएगा और मंडिया बंद हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि ऐसा बिल्कुल नहीं है, कृषि कानून लागू होने के बाद किसान अपनी फसल कहीं पर भी अच्छी कीमत पर बेच सकता है।केंद्र सरकार किसानों के हितों को संरक्षित करने काम लगातार करती आ रही है।
सीएम योगी ने कहा कि चीनी एक्सपोर्ट करने वाले किसान भाईयों को एक्सपोर्ट सब्सिडी जारी करने काम किया जा रहा है, जो जल्दी उनके खातों में पहुंच जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार 2022 तक किसानों की आमदनी को दोगुना करने के प्रयास में है। योगी ने कहा कि पिछली सरकारों की योजनाओं का लाभ पात्रों तक नहीं पहुंच ही नहीं पाता था। 2014 में केंद्र में सरकार आने के बाद पीएम मोदी ने भेदभाव रहित कार्य करने का ऐलान किया, ताकि पात्रों तक योजनाओं का लाभ पहुंच सके। इससे प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ पात्रों को मिल सका। सीएम ने कहा कि चेहरे देख कर लोगों को लाभ नहीं दिया गया। सीएम ने कहा कि 25 दिसंबर को प्रधानमंत्री देश के 9 करोड़ किसानों को किसान सम्मान निधि के 18 हजार करोड़ देंगे, जिसमें से 2 करोड़ 30 लाख किसान उत्तर प्रदेश के हैं।