तमिल सुपरस्टार और राजनेता रजनीकांत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को 'कृष्ण तथा अर्जुन' की संज्ञा दी है। इस पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख तथा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने सवाल किया कि क्या आप देश में एक और 'महाभारत' चाहते हैं...?
समाचार एजेंसी ANI के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के खिलाफ मुखर रहने वाले असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, "तमिलनाडु के एक अभिनेता (रजनीकांत) ने अनुच्छेद 370 हटाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को 'कृष्ण तथा अर्जुन' की संज्ञा दी है... तो इन हालात में कौरव और पांडव कौन हैं...? क्या आप देश में एक और 'महाभारत' चाहते हैं...?"
असदुद्दीन ओवैसी ने देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और पहले उपप्रधानमंत्री व गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल द्वारा कश्मीर पर किए गए फैसले का समर्थन करते हुए यह भी कहा कि भारतीय जनसंघ के नेता श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने भी अनुच्छेद 370 को स्वीकार किया था. ओवैसी ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास सरदार पटेल और पंडित जवाहरलाल नेहरू जैसी राजनैतिक समझ नहीं है... जब उन्होंने कश्मीर पर फैसला किया था, देशहित में किया था... उनका दावा है कि वे श्यामा प्रसाद मुखर्जी का अनुसरण कर रहे हैं, लेकिन वे नहीं जानते कि उन्होंने अनुच्छेद 370 को कबूल किया था..."
ओवैसी ने कहा, ‘‘मैं जानता हूं कि भाजपा सरकार को सिर्फ कश्मीर की जमीन से प्यार है, कश्मीरियों से नहीं। वे ताकत से प्यार करते हैं, लेकिन इंसाफ से नहीं। भाजपा सिर्फ ताकत हासिल करना चाहती है। याद दिलाना चाहता हूं कि कुछ भी हमेशा के लिए नहीं रहेगा। सरकार को कश्मीर में सभी प्रतिबंध हटाना चाहिए। फोन लाइनों को क्यों चालू नहीं किया जा रहा है? अगर कश्मीर के लोग बहुत खुश हैं, तो उन्हें घरों से बाहर आने दिया जाए।''
रजनीकांत ने सरकार के फैसले को मिशन कश्मीर कहा
रजनीकांत ने 11 अगस्त को जम्मू-कश्मीर से जुड़े केंद्र सरकार के फैसले का समर्थन किया था। उन्होंने इसके लिए मोदी और शाह को बधाई देते हुए कृष्ण-अर्जुन की जोड़ी भी कहा था। रजनीकांत ने कश्मीर पर सरकार के फैसले को मिशन कश्मीर कहा। उन्होंने संसद में अमित शाह के भाषण की तारीफ की और कहा कि अब लोग जानेंगे कि शाह कौन हैं।