भारतीय समयानुसार सूर्य ग्रहण सुबह 08 बजकर 17 मिनट पर लगेगा और 10 बजकर 57 मिनट में समाप्त हो जाएगा. खण्डग्रास की अवधि 2 घंटे 40 मिनट तक रहेगी. जबकि सूर्य ग्रहण में लगने वाला सूतक काल ग्रहण से 12 घंटे पूर्व लग जाएगा.
ज्योतिषियों की मानें तो इस ग्रहण की वजह से मेष राशि के जातकों के सम्मान में कमी या उन्हें अपमान झेलना पड़ सकता है.
1-मेष राशि के जातक रोजाना हनुमान चालीसा का पाठ करें.
2-इस राशि के जातक सफेद या काला सूरमा आंखों में लगाएं.
3-मेष राशि के लोग ग्रहण के बुरे असर को टालने के लिए खुद भी शुद्ध गुड़ खाएं और दूसरों को भी खिलाएं.
4-मसूर की दाल मंदिर में दान करें.
5-नीम के वृक्ष में जल चढ़ाएं और उसकी पूजा करें.
26 दिसंबर को लगने वाले इस सूर्य ग्रहण की वजह से मिथुन राशि के जातकों को अपनी सेहत के साथ अपने पिता की भी सेहत संबंधी परेशानियां झेलनी पड़ सकती हैं. इसके अलावा इस राशि के जातकों के दांपत्य जीवन और नौकरी में भी उथल-पुथल हो सकती है.
1- मिथुन राशि के जातकों को सूर्य ग्रहण से बचने के लिए अपने घर के दरवाजे के पास मनी-प्लांट नहीं लगाना चाहिए.
2-इस राशि के जातक घर में कोई पक्षी और मछली पालने की गलती न करें.
3-यदि कुंडली में बुध खराब हो तो साबूत हरे मूंग का दान करें.
4- चमड़े की जैकेट पहनने से बचें साथ ही हरे रंग का उपयोग और झूठ भी न बोलें.
सूर्य ग्रहण गुरु की राशि धनु और मूल नक्षत्र में लग रहा है. मूल नक्षत्र का स्वामी ग्रह केतु है. सूर्य ग्रह, धनु राशि और मूल नक्षत्र के बीच की सामंजस्यता को देखें तो इन तीनों के मध्य अच्छी सामंजस्यता दिखाई दे रही है.