बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में बेहद अजीबो-गरीब मामला देखने को मिला है. यहां एक शख्स का श्राद्ध होने के बाद वह जिंदा लौट आया है. थानाक्षेत्र के बुधनगरा गांव निवासी सेवानिवृत्त सैनिक रामसेवक ठाकुर का बेटा संजू ठाकुर मंदबुद्धि है. 35 वर्षीय संजू ठाकुर गत अगस्त माह से घर से गायब था. काफी खोजबीन के बाद परिजनों ने गत 31 अगस्त को उसकी गुमसुदगी का रिपोर्ट मुशहरी थाने में दर्ज कराई थी.
रिपोर्ट में लिखा गया था कि लुंगी गंजी पहने उनका पुत्र कई दिनों से गायब है. इसी बीच थाना से फोन पर बताया गया कि उनके पुत्र के हुलिये का शव मीनापुर थानाक्षेत्र में गंडक नदी के किनारे बरामद हुआ है. शव का चेहरा सड़ चूका है.
परिजनों की ओर से एसकेएमसीएच जाकर शव की पहचान की गयी. गत 8 सितंबर को शव गांव लाकर उसका दाह संस्कार कर दिया गया. इस बीच मंगलवार को ग्रामीण राम आधार ठाकुर शहर जा रहे थे, तभी कन्हौली के निकट उन्हें संजू जिंदा दिख गया. वे चौंक गए क्योंकि तीन दिन पहले ही गांव और परिवार के लोगों ने संजू का दाह-संस्कार कर दिया था.
उन्होंने बताया कि पहले तो उन्हें विश्वास नहीं हुआ. फिर उससे बात की. संजू ने बताया कि वह कहीं श्रीमद् भगवत कथा हो रहा था, वहीं रुक गया था. तब वे उसे लेकर गांव बुधनगरा लौटे. इधर घर पर गमगीन माहौल में आज तीसरे दिन तिराती के भोज की प्रक्रिया चल रही थी. लोगों ने जब उसे देखा तो हतप्रभ रह गए. घर में ख़ुशी का माहौल हो गया. जानकारी मिलते ही गांव के लोग भी उसे देखने जमा हो गए. ग्रामीण विश्वनाथ ठाकुर ने बताया कि यह अजीब घटना हुई है. मगर संजू के वापस आ जाने से ग्रामीण खुश हैं.