अयोध्या मामले को लेकर सुप्रीमकोर्ट से आने वाले फैसले के मद्देनजर सरकार अलर्ट हो चुकी है. सुरक्षा एजेंसियां भी पूरी तरह से चौकन्नी हैं. इंडो-नेपाल सीमा को लेकर मिले आईबी इनपुट के बाद इस सीमा पर सुरक्षा बेहद सख्त कर दी गई है.
भारत और नेपाल के बीच 1786 किमी लंबी और खुली सीमा है जो उत्तराखंड से शुरू होकर सिलीगुड़ी तक जाती है. सीमा के दोनों तरफ लोगों की खेती और रिश्तेदारी है. भारत के लोगों की नेपाल में और नेपाल के लोगों की भारत में खेती है. भारत और नेपाल के बीच रोटी और बेटी का संबंध है. ये संबंध ऐसे ही मजबूत बना रहे इसके लिए सीमा पर सुरक्षा एजेंसियां हाई-अलर्ट पर हैं.
भारत-नेपाल सीमा की सबसे संवेदनशील सोनौली सीमा पर चौकसी बढ़ा दी गई है. आईबी से मिले इनपुट के बाद पुलिस और एसएसबी जवानों ने पेट्रोलिंग भी तेज कर दी है. पिछले दिनों बार्डर पर आईबी के अधिकारियों और एसएसबी के जवानों के बीच तीन घंटे से अधिक की बैठक हुई जिसमें सुरक्षा तैयारियों का खाका भी खींचा गया. यूपी एटीएस की टीम भी लगातार बार्डर पर नजर रखे हुए है.
पिछले दिनों सोशल मीडिया पर नेपाल के रास्ते सात आतंकियों के भारत में घुसने की फिराक की खबर चलने के बाद भले ही एडीजी एटीएस ने इसे खारिज कर दिया हो और इस खबर को फेक न्यूज बताया हो पर सीमा पर चेकिंग सख्त कर दी गई है. नेपाल की संवेदनशील सौनाली सीमा पर एसएसबी की महिला जवानों की भी तैनाती की गई है. नेपाल से भारत में प्रवेश करने वालों की सघन जांच के बाद ही उन्हें भारत में प्रवेश मिल रहा है. इतना ही नहीं नेपाल से आने वाले वाहनों की भी जमकर तलाशी ली जा रही है. खुली सीमा होने के कारण लोगों की आवाजाही पगडंडियों के रास्ते भी होती है इसलिए सुरक्षा एजेंसियों के लिए इनपर नजर रखना एक बड़ी चुनौती है.
हालांकि इन पगडंडियों पर विशेष नजर रखी जा रही है. एसएसबी के साथ लोकल पुलिस और एलआईयू की टीम ने अपने सूचना तंत्र यानि मुखबिरों को भी सक्रिय कर दिया है जिससे कि कोई भी संदिग्ध व्यक्ति सीमा के इस पार न आ पाए. हालांकि नेपाल के रास्ते भारत में प्रवेश करते वक्त अब तक दर्जनों आतंकी गिरफ्तार किए जा चुके हैं. बीते साल चार बड़े आतंकवादी विभिन्न राज्यों से लगी नेपाल सीमा से पकड़े जा चुके हैं. इसमें आईएम आतंकी यासीन भटकल भी शामिल रहा है इसे बिहार-नेपाल बॉर्डर से पकड़ा गया था. 13 सितंबर 2013 को यूपी के सोनौली सीमा से एक आतंकवादी को परिवार सहित भारत में घुसते हुए हिरासत में लिया गया था. पिछले दो दशकों में सोनौली बॉर्डर से लगभग 30 आतंकी और सौ से ज्यादा संदिग्ध गिरफ्तार किए जा चुके हैं.