बॉलीवुड स्टार संजय दत्त अपने बुरे दिनों को याद करके अचानक परेशान से नजर आए. हाल ही में 'प्रस्थानम' फिल्म के प्रमोशन के दौरान संजय दत्त और मान्यता दत्त ने फिल्म के अलावा अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर भी खुलकर चर्चा की है.
इंटरव्यू में मान्यता ने संजय दत्त के बुरे दौर के बारे में बात की. उन्होंने बताया कि कैसे संजय बुरे दौर में परेशान रहे. मान्यता ने कहा कि पहले वह इस बात से परेशान रहते थे कि उन्हें कोर्ट ने टाडा से मुक्त किया. उन पर से आतंकी टैग हट गया है.
मान्यता ने कहा, ये सब सुनने के लिए उनके पिता (सुनील दत्त) जिंदा नहीं थे. इस आरोप की वजह से ही उनके परिवार की छवि खराब हुई थी और उनके पिता को सालों तक परेशान किया था.
मान्यता की बातचीत के बीच में संजय दत्त ने कहा, 'काले बादल हट गए हैं. मैं आखिरकार सुकून में हूं. चिंटू सर (ऋषि कपूर) की तरह मैं भी फिल्म सेट पर ही सबसे खुश रहता हूं. मैं वह काम कर सकता हूं जो करना चाहता हूं.' संजय दत्त ने पत्नी मान्यता दत्त के बारे में बात करते हुए बताया कि मेरा सौभाग्य है कि मुझे मान्यता मिली. उसका पूरा फोकस घर, पति, बच्चे और अपने काम प र होता है. पापा के जाने के बाद मान्यता मेरा सपोर्ट सिस्टम बनी है. उसने मुझे कभी गिरने नहीं दिया. उसने हमेशा मुझे उठाया.