कानपुर-गणतंत्र दिवस का पर्व पुलिस लाइन में भी उल्लास के साथ मनाया गया। औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने ध्वजारोहण किया और परेड की सलामी लेकर जवानों को संविधान को अंगीकृत, अधिनियमित व आत्मार्पित करने की शपथ दिलाई। इसके बाद केंद्र व प्रदेश सरकार की ओर से सम्मानित अधिकारियों और कर्मचारियों को मेडल व प्रशस्ति पत्र प्रदान किए।
मंगलवार की सुबह 9:30 बजे पुलिस लाइन में औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने ध्वजारोहण किया। इसके बाद जवानों ने परेड में कदमताल करते हुए सलामी दी। परेड की प्रथम कमांड सीओ कर्नलगंज दिनेश कुमार शुक्ला ने और द्वितीय कमांड शिव स्वरूप नगर महेंद्र सिंह देव ने संभाली। परेड में नागरिक पुलिस, सशस्त्र पुलिस महिला सिपाही, ट्रेफिक पुलिस, होमगार्ड व पीएसी जवानों की कुल 10 टोलियां रहीं।
परेड के बाद मुख्य अतिथि ने जवानों को संविधान की शपथ दिलाई। उन्होंने जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि कानपुर पुलिस ने हर मौके पर अदम्य शौर्य और साहस का परिचय देते हुए जनता के दिलों में विश्वास जगाया है। कोरोना महामारी के दौरान पुलिसकर्मियों ने लोगों की सेवा की और उन्हें कठिन समय मे सुरक्षा का अहसास दिलाया है। उन्होंने सभी जवानों की हौसलाअफजाई भी की। इसके बाद मंत्री ने केंद्र व प्रदेश सरकार की ओर से उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले पुलिस अफसरों व कर्मियों को सम्मानित किया।
एडीजी, आईजी, डीआईजी को मिला सम्मान
शासन की ओर से एडीजी जय नारायन सिंह को डीजीपी का प्रशंसा चिन्ह गोल्ड, आईजी मोहित अग्रवाल व डीआईजी डॉक्टर प्रीतिंदर सिंह को प्रशंसा चिन्ह प्लैटिनम, एसपी पश्चिम डॉ अनिल कुमार को सिल्वर, इंस्पेक्टर रवि श्रीवास्तव को गोल्ड मेडल से नवाजा गया। इसके अलावा इंस्पेक्टर गंगाधर सिंह चौहान, दारोगा राममोहन, अरुण कुमार राठी, मोहित चौधरी, अशोक कुमार व पांच सिपाहियों को डीजीपी का प्रशंसा सिल्वर प्रदान किया गया। दारोगा प्रभा शंकर को उत्कृष्ट सेवा सम्मान चिन्ह और दारोगा यशवंत सिंह व सिपाही भूपेंद्र सिंह को सराहनीय सेवा सम्मान चिन्ह दिया गया। जिला स्तर पर भी 14 पुलिसकर्मियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए।