भाजपा नेता पंकजा मुंडे की सोशल मीडिया पर एक प्रतिक्रिया से महाराष्ट्र की सियासत में एक बार फिर सनसनी फैल गई है. उन्होंने अपने ट्विटर बायो से अपनी पार्टी के नाम को हटा दिया है. इसके बाद उन्हें लेकर चल रही अटकलों ने तेजी पकड़ ली है. वहीं माना जा रहा है कि वह शिवसेना में शामिल हो सकती हैं इसका इशारा शिवसेना प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने दिया है. इससे पहले फेसबुक पोस्ट के जरिए उन्होंने कहा था कि वह जल्द कोई फैसला लेंगी.
वहीं फेसबुक पर पंकजा ने अपनी पोस्ट में लिखा कि 12 दिसंबर को गोपीनाथ मुंडे की बरसी पर सभी समर्थकों से आवेदन है कि वे बैठक में शामिल हों. बदलते सियासी माहौल में अपनी ताकत पहचानने की जरूरत है, 8-10 दिसंबर के भीतर ही बड़ा फैसला लूंगी. उन्होंने लिखा कि चुनाव के बाद, नतीजें आए. मेरे हारने के कुछ समय बाद, मैंने मीडिया में जाकर इसे स्वीकार कर लिया और अनुरोध किया कि इसके लिए किसी को जिम्मेदार न ठहराया जाए. सारी जिम्मेदारी मेरी है. पंकजा मुंडे ने परली विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था. वह एनसीपी नेता और चचेरे भाई धनंजय मुंडे से हारी हैं. भाजपा की पूर्व मंत्री पंकजा मुंडे के शिवसेना में शामिल होने के सवाल पर संजय राउत ने कहा, 'कई नेता हमारे संपर्क में हैं.'
पंकजा महाराष्ट्र के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा के दिवंगत नेता गोपीनाथ मुंडे के बेटी हैं। पंकजा साल 2009 और 2014 में बीड जिले की परली विधानसभा सीट से चुनाव जीती थीं। 206 करोड़ की चिक्की घोटाले में उनका नाम आया था। पंकजा भाजपा के कद्दावर नेता दिवंगत नेता प्रमोद महाजन की भांजी हैं। उन्होंने ने भाजपा युवा मोर्चा से राजनीति शुरू की थी।