रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी (62) भारत ही नहीं बल्कि एशिया के सबसे अमीर शख्स बन गए हैं. अंबानी की संपत्ति में इस साल 23 दिसंबर तक 17 अरब डॉलर की बढ़ोत्तरी हुई. समाचार एजेंसी ब्लूमबर्ग की नई सूची के मुताबिक इस साल की वृद्धि के साथ Mukesh Ambani की कुल संपत्ति बढ़कर 61 अरब डॉलर हो गई है. Bloomberg Billionaires Index के मुताबिक जैक मा की संपत्ति में इस साल 11.3 अरब डॉलर की बढ़ोत्तरी हुई. इस सूचकांक के मुताबिक इसी अवधि में जेफ बेजोस की संपत्ति में 13.2 अरब डॉलर की कमी आई. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि Reliance Industrial Ltd के शेयर में इस साल 40 फीसद तक की बढ़ोत्तरी से अंबानी की कुल संपत्ति में यह वृद्धि हुई.
मुकेश अंबानी ने समूह के शुद्ध कर्ज को 2021 की शुरुआत तक शून्य पर लाने का संकल्प जाहिर किया था. इससे कंपनी के शेयर के चढ़ने में काफी मदद मिली. वर्ष 2016 में रिलायंस जियो की शुरुआत के बाद से अब तक रिलायंस के शेयरों के वैल्यू में तीन गुना तक की वृद्धि हुई है. रिलायंस जियो फायदे में चल रही देश की एकमात्र दूरसंचार कंपनी है.
रिलायंस ने पिछले कुछ सालों में रिफाइनिंग और पेट्रोकेमिकल के कोर बिजनेस के आगे बढ़ते हुए रिटेल और टेलीकॉम सेक्टर में काफी विस्तार किया. टेलीकॉम बिजनेस में अंबानी 50 अरब डॉलर का निवेश कर चुके हैं. जियो 3 साल में ही देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी बन गई. रिलायंस की ई-कॉमर्स में उतरने की तैयारी भी चल रही है.
मुकेश अंबानी ने अगस्त में कहा था कि 2021 तक रिलायंस को कर्ज मुक्त बनाने का लक्ष्य तय किया है. इस योजना के तहत रिफाइनिंग-पेट्रोकेमिकल्स बिजनेस की 20% हिस्सेदारी 1 लाख करोड़ रुपए में सऊदी अरामको को बेचने की डील की है. टेलीकॉम और रिटेल सेक्टर की कंपनियों को अगले 5 साल में शेयर बाजार में लिस्ट करवाने की योजना है.
रिलायंस जियो की शुरुआत 5 सितंबर 2016 को हुई थी. 7 सितंबर 2016 को रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर प्राइस 508.73 रुपए था. अब 1550 रुपए के ऊपर है. रिलायंस के शेयर ने इस साल 40% रिटर्न दिया है. एक जनवरी को कीमत 1,121.35 रुपए थी.
अमेजन के फाउंडर और सीईओ जेफ बेजोस को इस साल 13.2 अरब डॉलर (93,720 करोड़ रुपए) का नुकसान हुआ. वे दुनिया के अमीरों की रैंकिंग में पहले से दूसरे नंबर पर फिसल गए. बेजोस की नेटवर्थ अभी 112 अरब डॉलर (7.95 लाख करोड़ रुपए) है. माइक्रोसॉफ्ट के को-फाउंडर बिल गेट्स पहले नंबर पर हैं. उनकी नेटवर्थ 113 अरब डॉलर (8 लाख करोड़ रुपए) है.
62 साल के मुकेश अंबानी ने तय किया है कि वो अपनी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज का 2021 तक नेट कर्ज घटाकर शून्य कर देंगे. साथ ही उनकी योजना है कि वो रिलायंस का पेट्रोकेमिकल कारोबार का एक हिस्सा सऊदी अरब की तेल कंपनी अरामको को बेच देंगे. इसके अलावा वो अपने टेलीकम्यूनिकेशन, रिटेल कारोबारों को भी अगले 5 साल में लिस्ट कराएंगे.