74 साल की एर्रामत्ती मंगम्मा की शादी 22 मार्च 1962 को एर्रमाटी राजा राव (अब 80) से हुई थी. आंध्र प्रदेश के पूर्वी गोदावरी (Godavari) जिले के नेललापर्तीपाडु गांव के रहने वाले राजा राव और मंगम्मा को बच्चे की चाह थी, लेकिन वह इस मामले में सौभाग्यशाली नहीं थे. लिहाजा, वे अपने बच्चे होने के सपने को साकार कई डॉक्टरों, अस्पतालों में गए, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली.
इसके बाद पिछले साल नवंबर 2018 में वे गुंटूर के अहल्या नर्सिंग होम पहुंचे, जहां डॉ. शनाक्याला उमाशंकर ने इस चुनौतीपूर्ण केस को अपने हाथों में लिया और उनका इलाज डॉ. शनाक्याला उमाशंकर ने मीडिया को बताया कि 'इस महिला का बीपी, शुगर जैसी बीमारियों का कोई इतिहास नहीं है और जेनेटिक लाइन बहुत अच्छी है. कार्डियोलॉजिस्ट, पल्मोलॉजिस्ट सहित अन्य विशेष डॉक्टरों के साथ गहन परीक्षा के बाद हमने आगे बढ़ने का फैसला किया. उसने रजोनिवृत्ति की अवस्था बहुत पहले प्राप्त कर ली थी, लेकिन आईवीएफ (इन विट्रो फर्टिलाइजेशन) के माध्यम से हम उनके पीरियड्स सिर्फ एक महीने में वापस ले आए'.
इस उम्र में माता-पिता क्यों बनना चाहते थे, इस सवाल के जवाब में राजा राव ने मीडिया से कहा, "बच्चे न होने के कारण हमने अपने गांव में बहुत सामाजिक कलंक का सामना किया. हम अपनी शादी के बाद से ताने सहन नहीं कर सकते थे, इसलिए हमने पूरी कोशिश की, लेकिन अब हमें उम्मीद है कि भगवान हमें आशीर्वाद देंगे." शायद, यह भारत में पहली बार है जब 74 साल की उम्र में एक महिला मां बन रही है.