उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के पॉश विभूति खंड क्षेत्र में बुधवार रात दो गुटों के बीच जमकर फायरिंग हुई। इस दौरान मऊ के रहने वाले पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस हत्याकांड से आजमगढ़ के सगड़ी से बसपा विधायक वंदना सिंह का परिवार सहम गया है।
दरअसल, वंदना सिंह के पति पूर्व विधायक सर्वेश सिंह सीपू की 7 साल पहले हत्या कर दी गई थी। अजीत इस केस में प्रमुख गवाह था। इस हत्याकांड में माफिया कुंटू सिंह का नाम आया था। वह आजमगढ़ जेल में बंद है। सीपू सिंह के भाई संतोष सिंह का आरोप है कि कुंटू सिंह जेल से धमकी दे रहा है। पुलिस अधीक्षक ने सुरक्षा देने का आश्वासन दिया है।
दरअसल, 19 जुलाई 2013 को आजमगढ़ के जीयनपुर बाजार में सगड़ी के पूर्व विधायक सर्वेश सिंह सीपू की उनके आवास के पास ही हत्या कर दी गई थी। इस हत्या में पूर्व विधायक सीपू सिंह के साथ भरत राय की भी मौत हुई थी। इसके बाद ग्रामीण आक्रोशित हो गए थे। जगह-जगह तोड़फोड़ और आगजनी शुरू हो गई थी और इस मामले में तीन अन्य लोगों की भी मौत हुई थी।
मामला पूर्व विधायक की हत्या से जुड़ा हुआ था, इसलिए इस मामले को कुछ दिनों बाद CBI को जांच स्थानांतरित कर दी गई। इस मामले में पूर्वांचल के माफिया और इसी जिले के रहने वाले कुंटू सिंह का नाम सामने आया था, जो इस समय जेल में बंद है। तब से कुंटू सिंह सहित उसके कई साथियों पर हत्या का मुकदमा चल रहा है। हाईकोर्ट ने मुकदमे का सुनवाई समय बद्ध तरीके किए जाने का निर्देश दिया था।