दूरदर्शन के मशहूर सीरियल महाभारत में 'द्रौपदी' का किरदार निभाने वाली अभिनेत्री रूपा गागुंली का आज जन्मदिन है. रूपा गागुंली 53 साल की हो चुकी हैं. रूपा का जन्म 25 नवंबर 1966 को कोलकाता के कल्याणी में हुआ था. रूपा ने अपना डेब्यु एक बंगाली सीरियल मुक्तबंध से किया था. 1986 में उन्होंने दूरदर्शन के टीवी सीरियल गणदेवता से हिन्दी करियर की शुरुआत की.
महाभारत की सफलता पर बात करते हुए रूपा ने सच का सामना शो के दौरान कहा था- महाभारत के बाद मेरा अनुभव चौंकाने वाला था. मुझे अपने जीवन का सबसे बड़ा झटका लगा था. मैं बहुत महत्वाकांक्षी नहीं थी कि डगमगाऊं. अपने करियर के इन 24 वर्षों में मैंने किसी से भी काम नहीं मांगा.
रूपा ने 1992 में एक मैकेनिकल इंजीनियर ध्रुब मुखर्जी से शादी की थी. शादी के 14 साल बाद वे 2007 में एक-दूसरे से अलग रहने लगे और बाद में जनवरी 2009 में तलाक ले लिया. अपने रिलेशन को लेकर रूपा ने शो में बताया था कि मैं रोज रोज के झगड़े से तंग आ गई थी. इसकी वजह से मैंने तीन बार आत्महत्या की कोशिश भी की. पति से अलग होने के बाद रूपा अपने से 13 साल छोटे प्रेमी दिब्येंदु के साथ अपने मुंबई के फ्लैट में रहती थीं.
रूपा ने दिब्येंदु को लेकर कहा था- उनकी वजह से ही मैं कोलकाता से वापस मुंबई आई. उसने मुझे दोबारा काम करने के लिए प्रेरित किया ताकि लोग मेरे काम को दोबारा याद करें. इसके बाद रूपा को मिला वो सीरियल जिसने उनको घर घर में मशहूर कर दिया. चीर हरण के सीन को शूट किया गया था और इस दौरान द्रौपद्री का किरदार निभाने वाली एक्ट्रेस रुपा गांगुली सीन को करने के बाद रोए जा रही थीं और उन्हें फिर डायरेक्टर ने किसी तरह से चुप कराया था. रूपा 2015 में बीजेपी में शामिल हुईं. इस वक्त वह संसद की उच्च सदन में सांसद हैं और राजनीतिक जीवन में लगातार आगे बढ़ रही हैं.
'द्रौपदी' का रोल निभाकर रूपा एक बड़ी स्टार बन गईं. वह जहां जातीं लोग उन्हें देख भावुक हो जाते, कई बार तो रोने भी लगते. इसके बाद उनके पास बांग्ला और हिन्दी फिल्मों को भरमार हो गई. उन्होंने गौतम घोष अवार्ड विनिंग फिल्म 'पोद्मा नोदीर माझी', अपर्णा सेन की 'युंगात' और रितुपर्णो घोष की 'अंतरमहल' जैसी फिल्मों में काम किया. हिन्दी फिल्मों की बात करें तो 'बहार आने तक', 'साहेब', 'एक दिन अचानक', 'प्यार का देवता', 'सौगंध', 'निश्चय' और 'बर्फी' उनकी चर्चित फिल्में रही हैं.
आपको हैरानी होगी की रूपा गांगुली प्लेबैक सिंगिंग में भी अपना हाथ आजमा चुकी हैं. उन्हें अदिति रॉय की बांग्ला फिल्म 'अबोशेशे' में गीत के लिए उन्हें नेशनल अवार्ड (बेस्ट फीमेल प्लेबैक सिंगिंग)मिल चुका है. रूपा गांगुली ने की फिल्म 'बहार आने तक' काफी चर्चा में रही. उनका गाना 'काली तेरी चोटी है' जबरदस्त हिट हुआ था. उस समय कोई भी फंक्शन इस गाने के बिना अधूरा माना जाता था. लोग इस गाने पर जमकर थिरके. इसे सुनकर आज भी लोगों के कदम थिरकने लगते हैं.